नक्सलियों द्वारा बिछाए गए सिलेंडर बम को टीम ने निष्क्रिय किया
नौहट्टा. पुलिस व सीआरपीएफ की सक्रियता ने नक्सलियों के मंसूबों पर पानी फेर दिया. नक्सली सीआरपीएफ पर हमले की फिराक में थे और विस्फोट से उड़ाना चाहते थे. लेकिन इससे पहले ही यदुनाथपुर थाना क्षेत्र के यूपी-बिहार बार्डर पर सीआरपीएफ व स्थानीय पुलिस ने छापेमारी कर एक सिलेंडर बम बरामद किया और सिलेंडर बम को निष्क्रिय कर दिया.
अभियान एसपी दुर्गेश कुमार के नेतृत्व में सीआरपीएफ के असिस्टेंट कमांडेंट सुभाष चंद्र झा, यदुनाथपुर थानाध्यक्ष श्याम नंदन कुमार दल बल के साथ नक्सलियों के क्षेत्र में आने की सूचना पर छापेमारी कर रहे थे. पुलिस यदुनाथपुर से यूपी की सीमा तक जा रही थी. डुमरखोह गांव के आगे सीमा से तीन सौ मीटर पहले पुलिया के पास बायीं ओर पांच किलो का सिलेंडर बम व दायीं ओर केन बम लगाकर तार निकाला गया था. मेटल डिटेक्टर के माध्यम से बम का पता चला. एक बम प्लांट किया हुआ था, जबकि दूसरा प्लांट नहीं था. प्लांट बम में निप्पो बैट्री लगी थी. सीआरपीएफ ने चारों ओर जंगल को सील कर नक्सलियों की खोज की. लेकिन कोई नहीं मिला. दोनों बम को सीआरपीएफ के जवानों ने करीब पांच बजे शाम को बारी-बारी से बिस्फोट कर डिफ्यूज किया. बम का धमाका इतना तेज था कि पांच किलोमीटर दूर यदुनाथपुर तक सुनाई दिया.
नक्सली इस क्षेत्र में पुनः अपना पैर जमाने के लिए चहलकदमी कर रहे हैं. लेकिन सीआरपीएफ की सक्रियता के कारण पैर जमाने में सफल नहीं हो पा रहे हैं. यदि पुलिस सुरक्षित नहीं चलती तो डबुआ मोड़ विस्फोट की पुनरावृति हो सकती थी. असिस्टेंट कमांडेंट ने बताया कि बम व तार मिट्टी से ढंका हुआ था. बारिश होने के कारण मिट्टी हट गई, जिससे यह दिखाई देने लगा था और मेटल डिटेक्टर की रेंज में आ गया.