05 जनवरी / पुण्यतिथि – वीर रस के प्रसारक स्वामी शिवचरण लाल जी
नई दिल्ली. प्रायः हर व्यक्ति में कुछ न कुछ गुण एवं प्रतिभा होती है. संघ की शाखा में आने से ये गुण और अधिक विकसित एवं प्रस्फुटित होते हैं. शाखा एवं अन्य कार्यक्रमों में गीत एवं कविता के माध्यम से भी संस्कार दिये जाते हैं. शिवचरण लाल जी ऐसे ही एक प्रचारक थे, जो विभिन्न कार्यक्रमों में वीर रस की कविताओं का इतने मनोयोग से पाठ करते थे कि श्रोता मन्त्रमुग्ध हो जाते थे. कविता समाप्त होने पर ऐसा लगता था मानो श्रोता ...
Read more ›