उत्तर प्रदेश के रामपुर में प्रशासनिक अधिकारी आजम खान से अपनी जान को खतरा होने की शिकायत कर रहे हैं. मंगलवार (मई 14, 2019) को एडीएम प्रशासन जगदंबा प्रसाद गुप्ता, एसपी को पत्र लिखकर अचानक छुट्टी पर चले गए. आरोप लगाया कि आज़म खान के समर्थकों से उनकी जान को खतरा है. इसी तरह एसडीएम सदर प्रेम प्रकाश तिवारी ने भी एसपी को पत्र लिखकर अपनी जान को खतरा बताया है. हालाँकि डीएम ने एडीएम जगदंबा के निजी कारणों से अवकाश पर जाने की बात कही है. एसपी के आदेश पर एडीएम व सिटी मजिस्ट्रेट की सुरक्षा बढ़ा दी गई है.
मंगलवार को एडीएम जगदंबा और सिटी मजिस्ट्रेट सर्वेश कुमार गुप्ता द्वारा लिखे पत्र के बाद आजम खान और जिला प्रशासन के बीच चल रही तनातनी और बढ़ गई. अधिकारियों की शिकायत है कि उनके घरों और दफ्तरों पर नजर रखी जा रही है. उनके साथ कभी भी कोई अनहोनी हो सकती है.
एसपी शिव हरि मीणा ने बताया कि एडीएम व सिटी मजिस्ट्रेट के आवास पर सुरक्षा मुहैया करवा दी गई है, एसडीएम का पत्र मिलने पर उन्हें भी सुरक्षा उपलब्ध कराई जाएगी.
चुनावों से पूर्व उर्दू गेट तोड़ने, जौहर विश्वविद्यालय कैंपस की दीवार तोड़कर बिजली घर कब्जा मुक्त कराने और मदरसे के कमरे खाली कराने से शुरू हुआ विवाद चुनाव के दौरान और तीखा हो गया. प्रशासन द्वारा दिखाई जा रही सख्ती से आजम खान के तेवर अफसरों के प्रति और भी उग्र हो गए हैं. इस बीच आजम खान के खिलाफ़ 16 मामले दर्ज किए गए, जिसमें 5 मुकदमों पर हाईकोर्ट से उन्हें स्टे और गिरफ्तारी पर भी स्टे मिला है. पहले भी सपा उम्मीदवार आजम खान पर कई बार चुनाव को प्रभावित करने का आरोप लग चुका है.
अपने उपर लगते आरोपों को देख आजम खान ने भी खुद को अधिकारियों से खतरा बताया है. आजम ने कहा है कि जिला प्रशासन खुद उनकी हत्या की साजिश रच रहा है. उनके अनुसार मतदान वाले दिन रामपुर में डर और दहशत का माहौल था और अल्पसंख्यक मतदाता दहशत में थे. आजम के अनुसार अधिकारी उन्हें चुनाव जीतते नहीं देखना चाहते हैं.