करंट टॉपिक्स

आत्मनिर्भर भारत – गांव लौटे युवा मिट्टी के ओवन में पिज्जा बनाकर बेच रहे

Spread the love

फाइव स्टार होटल में करते थे काम, कोरोना महामारी के कारण गांव वापिस लौटे थे

प्रतिदिन लगभग 150 पिज्जा बेच रहे, कर रहे अच्छी कमाई

शिमला. परेशानियों को अवसर बनाकर जीवन में आगे बढ़े, वही सफलता प्राप्त करता है. उसे ही सफल इंसान कहते हैं. विदेशों में फाइव स्टार होटलों में काम कर चुके और कोरोना महामारी के कारण वापिस लौटे युवक पर यह उक्ति सटीक बैठती है. लॉकडाउन के कारण विदेश से घर लौटे हिमाचल प्रदेश, हमीरपुर जिला के सनाही निवासी विपिन कुमार व चचेरे भाई ललित ने घर के पास ही मिट्टी का ओवन बनाकर पिज्जा बेचना शुरू किया और आज प्रतिदिन 125 से 150 पिज्जा बनाकर बेच कर हर दिन अच्छी कमाई कर रहे हैं.

लॉकडाउन के कारण विदेश से घर लौटे हमीरपुर जिले के सनाही निवासी विपिन कुमार ने कमाई का साधन खोजना शुरू किया. इसमें अपने चचेरे भाई को भी साथ लिया. फिर दोनों ने घर के पास ही मिट्टी का ओवन बनाकर पिज्जा बेचना शुरू किया. करीब 20 दिन पहले शुरू किया यह कारोबार बढ़ रहा है और दोनों भाई अब प्रतिदिन 125 से 150 के बीच पिज्जा बनाकर बेच रहे हैं.

कोरोना वायरस के कारण दुनिया के कई देशों में जिंदगी ठहर सी गई. भारत भी इससे अछूता नहीं रहा, लेकिन अपने घर और अपनी माटी से किसे लगाव नहीं होता है. यही सोचकर ब्रिटिश आइलैंड से हमीरपुर के सनाही का युवा विपिन घर लौट आया. मार्च के पहले हफ्ते घर पहुंच गया. इसी दौरान विपिन का चचेरा भाई ललित भी घर लौट आया. ललित अमृतसर के बाघा बार्डर स्थित होटल में चीफ एग्जीक्यूटिव शेफ के तौर पर कार्य करता था, जबकि विपिन विदेश में होटल में बतौर मैनेजर सेवाएं देता था.

विपिन और ललित बताया कि घर लौटने के बाद कुछ दिनों तक तो कर्फ्यू के कारण घर से निकलना ही कम हुआ. परिवार में पहुंचने का सुकून था, लेकिन ज्यों-ज्यों लॉकडाउन बढ़ता गया तो रोजगार की चिंता भी सताने लगी. अनलॉक-1 के बाद कुछ काम धंधा करने का मन बनाया, लेकिन एकदम इतना अधिक निवेश करना भी संभव नहीं था. इसलिए कुछ ऐसा करने की ठानी जिसमें लागत भी कम हो, गांव के आसपास उत्पाद मिलता भी न हो और सबसे महत्वपूर्ण यह था कि किसी का रोजगार भी प्रभावित न हो. आपस में बातचीत कर मिट्टी के ओवन से तैयार पिज्जा (वुड फायर पिज्जा) तैयार करने पर सहमति बन गई. गांव के पास ही एक दुकान देखी. दोनों ने इसे किराये पर ले लिया. वुड फायर पिज्जा तैयार करने के लिए मिट्टी के ओवन की जरूरत थी तो इसे स्वयं ही तैयार किया. पिज्जा बनाने के लिए अधिकतर सामग्री भी घर पर ही तैयार की जाती है. गांव में ही तैयार पनीर और सब्जियां प्रयोग में लाई जा रही हैं.

विपिन और ललित बताते हैं कि गांव में वुड फायर पिज्जा की डिमांड बढ़ रही है. शुरुआत में प्रतिदिन 10 से 15 पिज्जा बेच रहे थे, लेकिन अब प्रतिदिन 125 से 150 पिज्जा बनाकर बेच रहे हैं.

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *