नई दिल्ली. दिल्ली के हरियाणा भवन में ‘उड़ान’ (Unfolding Drama and Acts to Awaken Nation) द्वारा ‘पंचांग अनावरण’ कार्यक्रम का आयोजन किया गया. 07 जून को पंचांग अनावरण कार्यक्रम में ‘उड़ान’ ने वर्षभर में आयोजित होने वाले कार्यक्रमों की रूपरेखा प्रस्तुत की. इनमें प्रमुख रूप से महापुरूषों की जयन्तियां, देश के सांस्कृतिक एवं राष्ट्रीय पर्व, राष्ट्रीय गौरव के विषय आदि को युवा शक्ति के साथ मनाने की योजना बनायी गयी. इस अवसर पर विभिन्न सांस्कृतिक केन्द्र (ललित कला अकादमी, साहित्य अकादमी, संगीत-नाटक अकादमी, राष्ट्रीय नाट्य विद्यालय) के वरिष्ठ अधिकारी भी उपस्थित रहे. कला एवं लोक संस्कृति के क्षेत्र की प्रसिद्ध विभूतियां डॉ. चन्द्रप्रकाश द्विवेदी जी, संदीप मारवाह जी, सांसद (पूर्वी दिल्ली) मनोज तिवारी जी तथा अन्य गणमान्य भी ‘पंचांग अनावरण’ कार्यक्रम में उपस्थित रहे.
‘उड़ान’ के विषय में जानकारी देते हुए टीम के सदस्यों ने बताया कि ‘उड़ान’ का प्रारम्भ दिल्ली विश्वविद्यालय के नार्थ कैम्पस से 20-22 सितम्बर 2016 को नुक्कड़ नाटकों की प्रतियोगिता से किया गया. इसका उद्देश्य राष्ट्रीय नायकों और भारत के राष्ट्रीय स्वाभिमान को समाज के समक्ष नाट्य विधा के रूप में प्रस्तुत कर आम जनमानस में देश के प्रति स्वाभिमान का भाव जाग्रत करना है. ‘उड़ान’ द्वारा आयोजित नुक्कड़ नाटक प्रतियोगिता में दिल्ली विश्वविद्यालय एवं अन्य विश्वविद्यालयों एवं कॉलेजों की 42 टीमों के 975 प्रतिभागियों ने हिस्सा लिया. नुक्कड़ नाटकों को देखने के लिए बड़ी संख्या में दर्शकों ने अपनी उपस्थिति दर्ज कराई.
प्रथम सफलता से उत्साहित होकर ‘उड़ान’ की टीम ने नुक्कड़ नाटक के अतिरिक्त फिल्म मेंकिंग, रचनात्मक लेखन, वन एक्ट प्ले आदि 8 विधाओं में प्रतियोगिताओं का आयोजन 15 – 17 फरवरी 2017 को जवाहर लाल नेहरू विश्वविद्यालय, नई दिल्ली में किया. कार्यक्रम के प्रति दर्शकों की प्रतिक्रिया अति उत्साहित करने वाली थी. ‘उड़ान’ के इस वृहद आयोजन में 2000 प्रतिभागियों ने भाग लिया. प्रत्येक प्रतियोगिता का निर्णय अन्तर्राष्ट्रीय स्तर के निर्णायक मंडल द्वारा किया गया. ‘उड़ान’ के इस आयोजन में थियेटर एवं फिल्मों से जुड़े विश्वस्तरीय कलाकारों द्वारा प्रतिभागियों का उत्साहवर्धन किया गया.
‘उड़ान’ का उद्देश्य देश के राष्ट्रीय गौरवपूर्ण स्वर्णिम इतिहास को कला के माध्यम से युवा वर्ग एवं सम्पूर्ण समाज में प्रसारित करना है. राष्ट्र विरोधी और देश की एकता एवं अखंडता को तोड़ने वाली ताकतों के विरुद्ध समाज को जाग्रत करना है. देश की युवा प्रतिभा को सांस्कृतिक मंचों द्वारा ऐसे अवसर उपलब्ध कराना, जिससे वह राष्ट्र के नवनिर्माण में अपना योगदान दे सके. ‘उड़ान’ के पंचांग अनावरण अवसर पर डॉ. चन्द्रप्रकाश द्विवेदी जी ने कहा कि ‘कुछ ही समय में उड़ान देश के युवाओं के मन में राष्ट्रीय भावना को जाग्रत करने के अपने उद्देश्य को पूर्ण करने में सफल रहा है. मनोज तिवारी जी ने कहा कि ‘उड़ान राष्ट्र के प्रति गौरव जगाने के साथ विद्यार्थियों को उनकी प्रतिभा को निखारने के नये अवसर प्रदान कर उन्हें देश का अच्छा और जिम्मेदार नागरिक बनने में सहायता कर रहा है.’ प्रसिद्ध लोक गायिका मालिनी अवस्थी जी ने ‘उड़ान’ की सफलता के लिए बधाई देते कहा कि उड़ान ने देश की समृद्ध सांस्कृतिक विरासत को जन-जन तक पहुंचाने के लिए सराहनीय प्रयास किये हैं.