देहरादून (विसंके). उत्तरांचल उत्थान परिषद ने प्रदेश में जनजागरण अभियान का शुभारंभ कर दिया है. परिषद के कार्यकर्ताओं ने देहरादून में अभियान के तहत कार्यक्रम आयोजित किया, जिसमें लोगों से दीपावली पर स्वदेशी अपनाने और चीनी वस्तुओं के बहिष्कार का आह्वान किया गया.
देहरादून महानगर के चौराहों पर दीप जलाकर परिषद के कार्यकर्ताओं ने लोगों को पर्यावरण संरक्षण के लिये प्रेरित किया. धर्मपुर चौक पर आयोजित कार्यक्रम में उत्तरांचल उत्थान परिषद के महानगर संयोजक प्रवीण ममगाई ने कहा कि दीपावली मनाने की परंपरा आधुनिकता के दौर में फीकी पड़ती जा रही है. घरों की दहलीज में सजने वाले मिट्टी के दीयों की जगह अब चमचमाती बिजली की लड़ियों ने ले ली है. आज बाजार में चीन से आयी बिजली की लड़ियों की मांग में तेजी आयी है. यही कारण है कि दीये बनाने से जुड़े लोगों के सामने रोजी-रोटी का संकट पैदा हो गया है. चीन से आयात की जा रही मोमबत्तियां, भगवानों की मूर्तियां सीधे तौर पर भारतीय बाजार को प्रभावित कर रहीं हैं. चौंकाने वाली बात यह है कि इन वस्तुओं का आयात पूरी तरह से अवैध तरीके से किया जा रहा है जो भारतीय अर्थव्यवस्था पर करारी चोट है. उन्होंने कहा कि केवल दीपावली में ही भारतीय बाजार में 350 करोड़ के उत्पाद अवैध तरीके से लाये जाते हैं.
उन्होंने कहा कि चीन एक तरफ भारत से दोस्ती का हाथ बढ़ाता है, वहीं दूसरी ओर भारतीय सीमा में अवैध कब्जा जमाने की कोशिश में लगा है. यदि देश के लोग एकजुट नहीं होंगे तो निश्चित तौर पर इसका खामियाजा आने वाली पीढ़ी को भुगतना होगा.