देहरादून (विसंके उत्तराखंड). देहरादून की पर्वतारोही जुड़वा बहनों ताशी और नुंग्शी मलिक ने एक और कीर्तिमान हासिल किया है. दुनिया की छह सर्वोच्च पर्वत चोटियों पर चढ़ चुकीं ताशी व नुंग्शी का नाम ‘गिनीज बुक ऑफ वल्र्ड रिकार्डस’ में भी शामिल हो गया है. गिनीज वर्ल्ड ने अपने 60वें संस्करण में दून की पर्वतारोही जुड़वा बहनों की उपलब्धियों व रिकार्ड को शामिल किया है. यह समाचार मिलते ही जुड़वा बहनों ताशी व नुंग्शी के परिवार में खुशी की लहर दौड़ गई. इससे पहले लिम्का बुक ऑफ रिकार्डस में भी दोनों बहनों को स्थान मिल चुका है. मिशन सेवन समिट के तहत दिसम्बर में पर्वतारोही जुड़वा बहनों को अंटार्कटिका में माउंट विन्सन को फतह करना है. अपने इस मिशन में ताशी व नुंग्शी को कामयाबी मिलती है तो वे विश्व की सात ऊंची चोटियों को फतह करने वाली दुनिया की पहली जुड़वा बहनें होंगी. मिशन सेवन समिट के अंतिम चरण के इस अभियान पर लगभग 60 लाख रुपये खर्च होने की संभावना है. इससे पहले बीते जून में पर्वतारोही जुड़वा बहनों ने उत्तरी अमेरिका की सर्वाधिक ऊंची पर्वत चोटी माउंट मेकिनली पर सफलतापूर्वक चढ़ाई की थी. गत वर्ष विश्व के सर्वोच्च पर्वत शिखर माउंट एवरेस्ट पर विजय के पश्चात् इसी वर्ष बीते जनवरी में जुड़वा बहनों ने माउंट अकांकागुआ, मार्च में माउंट कास्त्रेस्ज पिरामिड और जून में माउंट मेकिनली पर सफलता अर्जित की. पर्वतारोहण के क्षेत्र में दून के कुटावली गांव (जोहड़ी) की रहने वाली जुड़वा बहनों की कामयाबी की इसी कहानी को गिनीज बुक ऑफ वर्ल्ड रिकार्डस ने अपने हालिया संस्करण में समेटा है. पिता रिटार्यड कर्नल वीएस मलिक अपनी बेटियों की सफलता को लेकर बेहद खुश हैं. वे बताते हैं कि ताशी व नुंग्शी ने विश्व की ऊंची चोटियों पर तिरंगा फहराया है और उम्मीद है कि आगे भी उनकी कामयाबी का यह सिलसिला जारी रहेगा.