गुरु नानक देव जी के 550वें प्रकाशोत्सव के उपलक्ष्य में संगोष्ठी का आयोजन
जयपुर. विश्व हिन्दू परिषद द्वारा गुरू नानक देव जी के 550वें प्रकाशोत्सव के उपलक्ष्य में आदर्श विद्या मंदिर राजापार्क में प्रबुद्धजन संगोष्ठी (06 नवंबर) का आयोजन किया गया. संगोष्ठी के मुख्य वक्ता विहिप के राष्ट्रीय महामंत्री मिलिंद परांडे जी ने कहा कि गुरू नानक देव जी ने समाज को नई दिशा देकर संगठन का संदेश दिया था. देश में मुगलों के आक्रमण के दौरान नानक देव जी का जन्म हुआ था. विश्व के अनेकों देशों का पैदल भ्रमण करते हुए समाज की परिस्थितियों की जानकारी ली. उन्होंने धर्म का पालन करते हुए परिश्रम करके जीवन यापन करने का संदेश दिया. गुरु नानक देव जी ने कहा था कि स्वयं की आय में से परिवार का पोषण करने के बाद परोपकार व समाज के लिए भी व्यय करना चाहिए. उनकी शिक्षा में कहा गया है कि किसी का अधिकार मत छीनो, लेकिन अपने धर्म व अधिकारों की रक्षा जरूर करो. उन्होंने समाज व महिलाओं पर हो रहे अत्याचारों का विरोध किया. नारी सम्मान का बीड़ा उठाया व इसके लिए समाज को जागरूक किया. उन्होंने ने समाज को राष्ट्र के साथ जोड़ने के लिए प्रयास किया. मिलिंद परांडे जी ने कहा कि राम मंदिर राष्ट्रीय महत्व का विषय है, मंदिर के लिए समाज ने 76 लड़ाइयां लड़ीं, हजारों लोगों ने बलिदान दिया, गुरु ग्रंथ साहिब में भी भगवान राम का उल्लेख आया है. अनेकों वर्षों से अयोध्या में भगवान राम मंदिर बनाना समाज की आकांक्षा रही है.
मुख्य अतिथि सेवानिवृत्त लेफ्टिनेंट जनरल गुरमीत सिंह ढिल्लों व संत सियारामदास महाराज ने भी विचार व्यक्त किए. कार्यक्रम की अध्यक्षता यूनिक बिल्डर के चेयरमैन अजयपाल सिंह की. इस अवसर पर राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के अखिल भारतीय बौद्धिक शिक्षण प्रमुख स्वांत रंजन, प्रांत प्रचारक डॉ. शैलेन्द्र, विहिप के केंद्रीय सह मंत्री नरपतसिंह शेखवात, महानगर संघचालक कर्नल धनेशचंद गोयल, सहित अन्य प्रबुद्धजन उपस्थित रहे.