मेरठ. क्रीड़ा भारती ने राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय स्तर पर अपनी प्रतिभा का डंका बजाने वाले खिलाडि़यों के अभिभावकों को सम्मानित करने का निश्चय किया है. इसके तहत 25 सितंबर को मेरठ के चौधरी चरण सिंह विश्वविद्यालय में राज्यपाल राम नाईक खिलाडि़यों के माता-पिता को वीरमाता जीजाबाई पुरस्कार देंगे.
सोमवार, 15 सितंबर को विश्व संवाद केंद्र में क्रीड़ा भारती के राष्ट्रीय अध्यक्ष व पूर्व क्रिकेटर चेतन चौहान ने संवाददाताओं को बताया कि क्रीड़ा भारती का देश के 41 प्रांतों में गठन हो चुका है. अखिल भारतीय स्तर पर विभिन्न कार्यक्रमों, उपक्रमों के उद्देश्य से वर्ष भर देश भर में क्रीड़ा भारती द्वारा विभिन्न कार्यक्रमों का आयोजन किया जाता है. अनेक बाधाओं के बावजूद प्रतिभाओं ने अंतरराष्ट्रीय स्तर पर पदक जीतकर देश का यश बढ़ाया है. ऐसे ही 25 खिलाडि़यों के माता-पिता को वीरमाता जीजाबाई पुरस्कार देने के लिये 25 सितंबर को चौधरी चरण सिंह विश्वविद्यालय में सम्मान समारोह का आयोजन किया जा रहा है.
क्रीड़ा भारती लगातार खिलाडि़यों को प्रोत्साहित करने का प्रयास कर रही है. 18 अक्तूबर को प्रांतीय कुश्ती प्रतियोगिता का आयोजन होने जा रहा है. क्रीड़ा भारती की अपनी पत्रिका के प्रकाशन की भी योजना है. क्रीड़ा भारती राष्ट्रीय खेल नीति के लिये सुझावात्मक प्रारूप तैयार कर रही है, जिसे केंद्र सरकार को सौंपा जायेगा. इसके साथ ही हॉकी के जादूगर मेजर ध्यानचंद को भारत रत्न देने के लिये भी भारत सरकार को प्रस्ताव भेजा गया है.