मेरठ (विसंके). मेरठ स्थित बी.आई.एम.टी के छात्रों के बीच 10 नवम्बर को संस्कृत सम्भाषण शिविर का शुभारम्भ हुआ. संस्कृत भारती द्वारा आयोजित ऐसे सम्भाषण शिविर भारत व विदेशों में समय-समय पर लगाये जाते हैं. शिविर में आये मेरठ के कंप्यूटर इंजीनियर मानव गर्ग जो अमेरिका में चिप डिजाइनिंग के क्षेत्र में कार्य कर रहे थे, उन्होंने बताया कि वह ऐसे ही एक शिविर में संस्कृत भारती के संपर्क में आये और पिछले दो वर्षों से अमेरिका में अपने कार्य के साथ-साथ संस्कृत सिखाने का कार्य भी कर रहे थे. आजकल वो भारत में संस्कृत को प्रोत्साहित करने के लिए आये हुए हैं.
अमेरिका में सॉफ्टवेयर इंजीनियरिंग के क्षेत्र में दस वर्षों तक कार्य कर चुके निशांत गोयल भी आजकल संस्कृत के प्रोत्साहन में लगे हैं और स्वयं भी आजकल वेदों का अध्ययन कर रहे हैं. इन दोनों को इस दिशा में पहली सफलता उस समय मिली जब बी.आई.एम.टी के अध्यक्ष मेमोरी गुरु सुधांशु सिंघल ने इस कार्य में सहयोग के लिए अपने कालेज के छात्रों को प्रोत्साहित किया.
कार्यक्रम का आरम्भ रा.स्व.संघ के क्षेत्र संघचालक डॉ. दर्शन लाल अरोड़ा जी के आशीर्वचन से हुआ. मानव गर्ग ने अत्यंत सरल ढंग से संस्कृत सम्भाषण प्रशिक्षण की शुरुआत की. बीस घंटे के इस कार्यक्रम के समापन के पश्चात संस्कृत में आगे अध्ययन के लिए कार्यक्रम चलाये जायेंगे. मानव गर्ग ने बताया की अन्य तकनीकी संस्थानों में भी इस कार्यक्रम को चलाने की योजना है. तकनीकी छात्र यदि संस्कृत में रूचि लेकर काम करना शुरू करेंगे तो विज्ञान के ऐसे अनेक रहस्य उद्घाटित हो सकेंगे जो वर्तमान में संस्कृत की उपेक्षा के कारण सामने नहीं आ पाये हैं.