देहरादून (विसंके). तिब्बत की खरता वैली में सात अन्य महिला पर्वतारोहियों संग बछेंद्री ने वर्षों से हुये जमा कचरे को साफ किया. उनका कहना था कि अब उनका अभियान कचरा फैलाकर पहाड़ों को दूषित करने वालों के विरोध में होगा.
अपना मिशन पूर्ण कर दून लौटने के बाद इंदिरानगर पुलिस चैौकी के पास स्थित आवास में बछेंद्री और साथियों प्रेमलता अग्रवाल, माधवी ने बताया कि एवरेस्ट के चारों ओर खरता वैली विस्तृत है. बछेंद्री और उनकी सहयोगी प्रेमलता अग्रवाल, माधवी बताती हैं कि 14000 फुट की ऊंचाई पर स्थित तिब्बत के ल्हासा से दिखने वाला प्रकृति का नजारा अनुपम था. परन्तु वहीं दूसरी और मानवीय हस्तक्षेप, खासतौर पर ट्रैकिंग के लिये खरता वैली आने वाले पर्वतारोही इसे मिटाने को आमादा हैं. अभियान दल ने खरता वैली से कई किलो कचरा उठाकर बेस कैंप पर पहुंचाकर निस्तारित किया गया है.
मिशन तिब्बत 14 सितंबर को काठमांडू से शुरू हुआ और इसमें उत्तराखंड से माधवी शर्मा, नई दिल्ली से ज्योति शर्मा, तनु वर्मा, गुजरात से अनीता रेखी, कोलकाता से चेतना साहू, झारखंड से प्रेमलता अग्रवाल, शीतल इक्का भी शामिल थीं.