‘छुटकारा सभा’ की सूचना मिलने पर हिन्दू संगठनों ने किया विरोध प्रदर्शन
शिमला (विसंकें). हिमाचल प्रदेश के सुंदरनगर में धर्मांतरण की सूचना मिलने पर हिन्दू संगठनों ने प्रदर्शन किया. आरोप है कि एक निजी गेस्ट हाउस में आयोजित प्रार्थना सभा के नाम पर लोगों को धर्मांतरण के लिए भरमाया जा रहा था. शहर के एक निजी गेस्ट हाउस में ईसाई मिशनरीज़ द्वारा ‘छुटकारा सभा’ कार्यक्रम का आयोजन किया गया. गरीबों के उपचार की आड़ में धर्मांतरण की प्रक्रिया को अंजाम दिया जा रहा था. जानकारी मिलने पर विभिन्न संगठनों के कार्यकर्ता मौके पर पहुंच गए तथा ईसाई मिशनरीज़ गो बैक के नारे लगाए. प्रत्यक्षदर्शियों का कहना है कि उन्हें कई प्रकार के प्रलोभन देकर धर्मान्तरण के लिए प्रेरित किया जा रहा था. यह कार्यक्रम धर्मांतरण के उद्देश्य से ही आयोजित किया गया था.
विवाद की सूचना मिलने पर प्रशासन ने पुलिस बल को तैनात कर दिया. इस दौरान विश्व हिन्दू परिषद के कार्यकर्ताओं की पुलिस के साथ बहस भी हुई. नायब तहसीलदार सुंदरनगर ने मौके पर पहुंचकर आयोजकों से सभा के आयोजन से संबंधित स्वीकृति के बारे में पूछा. उनके पास आयोजन की स्वीकृति नहीं थी. आयोजक धर्मांतरण के आरोपों को नकार रहे थे और केवल गरीबों का उपचार करने का दावा कर रहे थे. स्थानीय लोगों के विरोध के कारण आयोजकों को ‘छुटकारा सभा’ को बंद करना पड़ा. मौके पर ईसाई धर्म से संबंधित सामग्री भी बरामद की गई, जो संभवतया वितरण के लिये रखी गई थी.
विश्व हिन्दू परिषद के प्रांत समन्वय प्रमुख शमशेर ठाकुर, प्रेस सचिव विजय शर्मा, गोविंद ठाकुर, जिला अध्यक्ष कृष्ण चंद शर्मा ने प्रशासन से मांग की कि भविष्य में मिशनरीज़ की गतिविधियों पर कड़ी नजर रखी जाए, तथा लालच व धोखाधड़ी से धर्मांतरण करने के प्रयास में लगे लोगों के खिलाफ कानून के अनुसार कड़ी कार्रवाई की जाए. उन्होंने सरकार से मांग की कि धर्मांतरण के कार्य में लगी ईसाई मिशनरीज़ को प्रदेश से बाहर किया जाए.