जबलपुर(विसंके). संस्कारधानी कही जाने वाली नगरी जबलपुर अब लव जिहाद के नाम से प्रसिद्ध होने लगी है. मुसलमान लड़कों द्वारा हिन्दू लड़कियों को अपने प्यार में फंसा कर पहले शादी करना और फिर उसे धर्म परिवर्तन के लिये दबाव डालना, उनकी फितरत में शामिल हो गया है.
केरल से शुरू हुआ लव जिहाद अब जबलपुर में भी देखने को मिलने लगा है. पिछले 15 दिन से ये प्रकरण चर्चा में बने हुये हैं.
प्रकरण 1: खमरिया घाना निवासी 22 वर्षीय युवती प्रियंका सेन ने पुणे के 25 वर्षीय युवक सुनील दीक्षित से गायत्री मंदिर जबलपुर में शादी कर ली. शादी के बाद सुनील जब उसे अपने घर लेकर पहुंचा तब प्रियंका को उसका असली चेहरा दिखाई दिया. उसे पता चला कि जिस सुनील दीक्षित को उसने हिन्दू समझ कर अपना पति बनाया था, दरअसल उसने उसके साथ धोखा किया. वह सुनील नहीं बल्कि शेख शाकिब निकला. शाकिब ने जब प्रियंका को अपने मां-बाप से मिलवाया तो उन दोनों ने उसे न सिर्फ अपनी बहू मानने से इंकार कर दिया बल्कि उसे मुस्लिम धर्म स्वीकार करने की सलाह तक दे डाली. इसके बाद दोनों जबलपुर आकर कांचघर में किराये के मकान में रहने लगे. लगभग दो साल तक साथ में रहने के बाद जब वह बच्चे को जन्म देने वाली थी कि शाकिब उसे अकेला छोड़कर भाग निकला.
प्रकरण 2: कांचघर क्षेत्र की ही रहने वाली एक अन्य युवती को भोपाल निवासी रज्जू खान ने पहले तो अपने प्रेम जाल में फंसाया और फिर उसे भोपाल भगाकर ले गया. उसे वहां पर नशे की लत लगाई और अब उस पर धर्म परिवर्तन करने के लिये दबाव बना रहा है. लड़की के परिजनों का आरोप है कि रज्जू खान सिमी का सदस्य है.
प्रकरण 3: इसी तरह से चारखम्बा क्षेत्र में रहने वाली नेहा तिवारी ने बताया कि मोहम्मद इमरान ने उसे प्रेम जाल में फंसाकर शादी कर ली और अब उस पर मुस्लिम धर्म स्वीकार करने के लिये दबाव डाल रहा है. विरोध करने पर उसके साथ मारपीट कर उसे घर से निकाल दिया गया. उसने पुलिस अधीक्षक को पत्र लिखकर न्याय दिलाने की माँग की है.
प्रकरण 4: त्रिमूर्ति नगर निवासी एक युवती सोशल नेटवर्किंग साइड के जरिये टीकमगढ़ के रोहित तिवारी से प्यार कर बैठी. इसके बाद रोहित उसे परेशान करने लगा. विश्व हिन्दू परिषद के अनिल पटेल के अनुसार कार्यकर्ता रोहित दुबे जो वास्तव में मुस्लिम युवक ईसार है, को पकड़कर थाने ले गये और लव जिहाद का मामला बताते हुए कार्रवाई करने की मांग की.
प्रकरण 5: कटंगा क्षेत्र की रहने वाली एक 20 वर्षीय युवती ने शपथ पत्र देकर पुलिस से न्याय की गुहार लगाई है. युवती ने कहा कि ओमती क्षेत्र में रहने वाले सूरज से फोन के जरिये बातचीत शुरू हुई जो कुछ ही दिनों में प्यार में बदल गई. बाद में उसे पता चला कि जिसे वह सूरज समझती है दरअसल वह मुसलमान एफाज खान है. वह युवती को अक्सर गोलबाजार स्थित होटल बाबा में ले जाता था जहां उसका दैहिक शोषण किया करता था. युवती ने बताया कि जब उसने सूरज से विवाह करने की बात कही तो उसने बताया कि उसका असली नाम एफाज खान है और वह उससे विवाह नहीं कर सकता. वह उसकी दास्ता पत्नी बनकर रहे अन्यथा दुष्परिणाम भुगतने को तैयार रहे.
प्रकरण 6: यह मामला दमोह जिले के हिंडोरिया कस्बे का है. यहां पर एक साबिर खान नामक युवक ने गांव की ही एक नाबालिक हिन्दू लड़की को प्रेम के जाल में फंसाकर उसे एक वर्ष तक बंधक बनाकर रखा और उसका दैहिक शोषण करता रहा. नाबालिक लड़की ने जब एक बच्चे को जन्म दिया तो फिर वह उसे छोड़कर भाग निकला. बाद में हिन्दू संगठनों के दबाव के कारण पुलिस ने उसे गिरफ्तार कर लिया. इसी तरह की अन्य घटनायें जिला सतना और मुरैना में भी घटित हुई हैं.
हिन्दू जागरण मंच की मांग
शहर में बढ़ रहे लव जिहाद के मामलों को लेकर हिन्दू जागरण मंच ने पुलिस अधीक्षक को ज्ञापन सौंपकर कड़ी कार्रवाई की मांग की है. ज्ञापन सौंपने वालों में मंच के शैलेन्द्र विश्वकर्मा, सुनील गोस्वामी, सौरभ दुबे, सतीश खंडालकर, ज्ञानेन्द्र तिवारी, धर्मेन्द्र यादव, नवीन शर्मा आदि उपस्थित थे.
धर्मसेना ने जताया विरोध
इस तरह के बढ़ रहे मामलों में हस्तक्षेप करते हुए धर्मसेना ने आरोपियों के विरुद्ध मामला दर्ज करने की मांग की है. धर्मसेना के योगेश अग्रवाल, अरविन्द बाबा, कमलेश कनौजिया, गौरव कोरी, मिलिंद कदम, अक्षय राय, अभिषेक सिंह, शरद राव आदि ने पुलिस के अधिकारियों से मिलकर अपनी चिंता से अवगत कराया.
पुलिस का असहयोग
लव जिहाद के जितने भी प्रकरण सामने आये हैं, उन सभी में पुलिस की भूमिका असहयोग की रही है. अनेक प्रकरण तो पुलिस की जानकारी में पहले से होने के बावजूद उसने समय रहते कोई कार्रवाई करने की जरूरत नहीं समझी. इसका ताजा उदाहरण सदर की पीड़िता का है. इसके साथ ओमती निवासी जो मुस्लिम लड़का पिछले दो साल से दैहिक शोषण कर रहा है, रिपोर्ट लिखे जाने के बाद भी पुलिस आज तक उसे गिरफ्तार नहीं कर पाई. जबकि हिन्दू संगठनों के कार्यकर्ता पुलिस पर लगातार दबाव बनाये हुये हैं.