नोएडा. हिन्दी दिवस के अवसर पर ‘‘प्रेरणा मीडिया नैपुण्य संस्थान’’ द्वारा एक गोष्ठी का आयोजन किया गया. गोष्ठी में राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के अखिल भारतीय प्रचार प्रमुख डॉ. मनमोहन वैद्य ने पत्रकार तथा पत्रकारिता के छात्रों से आग्रह किया कि पत्रकारिता के माध्यम से अपने राष्ट्र की राष्ट्रीयता को उजागर करें.
हिन्दी भाषा के महत्व के बारे में बोलते हुए उन्होंने कहा कि हमें भी अपनी मातृभाषा के विकास के लिये काम करना चाहिये. उन्होंने मराठी भाषा का जिक्र करते हुए कहा कि मराठी भाषा जो केवल महाराष्ट्र में बोली जाती है, वहां भी क्रिकेट के लिये वैकल्पिक शब्दों का प्रयोग किया जाता है तो हिन्दी भाषा के लिये क्यों नहीं? हमें हिन्दी भाषा के लिये वैकल्पिक शब्दों का प्रयोग करना चाहिये. हम क्रिकेट में ‘बोल्ड आउट’ को बोल्ड ही लिखते हैं, जबकि ‘बोल्ड’ अंग्रेजी शब्द है या कैच-आउट को भी हम ‘कैच’ ही आउट लिखते हैं. हमें हिन्दी भाषा के नये-नये शब्दों को ढूंढना चाहिये, तब ही हम हिन्दी के लिये कुछ कर सकते हैं. उन्होंने आगे कहा कि जब हमारा विवाह होता है तो हम उसकी तिथि जन्म कुन्डली के अनुसार तय करते हैं. लेकिन विवाह की वर्षगाँठ हम अंग्रेजी तिथि के अनुसार मनाते हैं, ऐसा क्यों?
डॉ. मनमोहन वैद्य द्वारा भारत माँ के चित्र के समक्ष दीप प्रज्वलन के साथ कार्यक्रम आरम्भ किया गया. कार्यक्रम में उपस्थित सभी छात्र-छात्राओं ने अपने-अपने विचार रखे.
कार्यक्रम का संचालन राकेश योगी ने किया. अध्यक्षता श्री जगदीश उपासने ने की, मुख्य रूप से पत्रकारिता के छात्रों के अलावा श्रीमती रजनी नागपाल, ‘‘प्रेरणा मीडिया नैपुण्य संस्थान’’ के निदेशक श्री आषुतोश भटनागर और राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ मेरठ प्रांत के सह-प्रान्त प्रचार प्रमुख आदि की उपस्थिति उल्लेखनीय थी.