पैतृक गांव कडौहता में छोटे भाई आदित्य ने दी मुखाग्नि
चीन की कायराना हरकत के खिलाफ लोगों में दिखा भारी आक्रोश
शिमला (विसंकें). अमर शहीद अंकुश ठाकुर (21वर्षीय) को शुक्रवार, को हिमाचल प्रदेश के हमीरपुर जिले के भोरंज क्षेत्र के गांव कडौहता में अंतिम विदाई दी गई. उनकी पार्थिव देह को छोटे भाई आदित्य ठाकुर ने मुखाग्नि दी. पूर्वी लद्दाख के गलवान सैक्टर में 15 जून को चीन की सेना से हिंसक झड़प में बलिदान हुए 20 भारतीय सैनिकों में से अंकुश भी एक थे, जिन्होंने देश की सम्प्रभुता और अखंडता के लिए वीर गति प्राप्त की. अंतिम यात्रा में वीर सैनिक की जन्मभूमि कडौहता के अलावा दूरदराज से आए हजारों लोग शामिल हुए. जम्मू-कश्मीर से अंकुश ठाकुर की पार्थिव देह को पठानकोट के मेहतपुर होते हुए ऊना पहुंचाया गया. यहां से पंजाब रैजिमेंट की गाड़ी से शहीद की पार्थिव देह को उनके पैतृक गांव कडौहता पहुंचाया गया. इस दौरान उनके परिवार और गांव के लोग भावुक थे. एक ओर जहां स्थानीय लोग अंकुश भाई अमर रहे…. और भारत माता की जय… के नारे लगा रहे थे, वहीं चीन की इस कायराना हरकत के खिलाफ लोगों में भारी रोष भी देखने को मिला.
ग्रामीण विकास पंचायती राज, पशु पालन एवं मत्स्य पालन मंत्री वीरेन्द्र कंवर के अतिरिक्त सरकाघाट विधानसभा क्षेत्र के विधायक कर्नल इंद्र सिंह, हमीरपुर विधानसभा क्षेत्र के विधायक नरेन्द्र ठाकुर, भोरंज विधानसभा क्षेत्र की विधायक कमलेश कुमारी, जिला परिषद अध्यक्ष राकेश ठाकुर, सुजानपुर विधानसभा क्षेत्र के विधायक राजेन्द्र राणा, बड़सर विधानसभा क्षेत्र के विधायक इंद्र दत्त लखनपाल, सेना की ओर से शहीद के साथ आए ब्रिगेडियर हरीश कुमार सेठी, लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला की ओर से एस.डी.एम. भोरंज अमित कुमार तथा विभिन्न सामाजिक संगठनों से जुड़े समाजसेवियों ने भी वीर सैनिक शहीद अंकुश ठाकुर को भावभीनी श्रद्धांजलि अर्पित की. तथा शोक संतप्त परिवार के प्रति गहरी संवेदनाएं व्यक्त कीं. जिला प्रशासन की ओर से उपायुक्त हरिकेश मीणा, पुलिस अधीक्षक अर्जित सेन ठाकुर ने भी देश के वीर सपूत शहीद अंकुश ठाकुर को पुष्पांजलि अर्पित करते हुए दिवंगत आत्मा की शांति के लिए परम पिता परमात्मा से प्रार्थना की.