नई दिल्ली. भगवद् गीता की 5151 वीं जयंती के मौके पर दिल्ली में गीता प्रेरणा उत्सव का आयोजन किया गया. इस मौके पर हजारों लोग दिल्ली के लाल किला पर एकत्र हुये और गीता के प्रचार और प्रसार का वचन लिया.
इस मौके पर गीता प्रेरणा संस्था ने गीता प्रेरणा उत्सव का आयोजन किया. करीब 51 हजार लोगों के अलावा इस आयोजन में कई बड़ी हस्तियां भी सम्मिलित हुईं. कार्यक्रम में केंद्रीय मंत्री सुषमा स्वराज, विहिप नेता अशोक सिंघल, हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर, जगतगुरू शंकाराचार्य स्वामी दिव्यानंद तीर्थ, महंत महेशवर्दास, स्वामी गुरुशरणानंद और योग गुरु बाबा रामदेव शामिल हुये. उत्सव में अपने संबोधन के दौरान जहां सुषमा स्वराज ने कहा कि वह विदेश मंत्री नहीं बल्कि गीता के अनुसार जीवन जीने वाली साधक के रूप में शामिल हुई हैं.
सुषमा स्वराज ने कहा कि जब भी मेरे मन के अनुकूल घटेगा तो कृष्ण कृपा मान ग्रहण करूंगी और कुछ प्रतिकूल घटेगा तो उसे कृष्ण इच्छा मान स्वीकार करूंगी. बहुत बार लोग यह सोचते हैं गीता, रामायण, महाभारत बुढ़ापे में पढ़ने के लिये होते हैं, वे बुढ़ापे में सोचते हैं. यदि इसे अपने युवा समय पढ़ते तो आज हम कहीं के कहीं होते हैं. लोग गोलियां खाकर अवसाद दूर करते हैं. मेरा दावा है अगर कोई गीता पढ़े तो सारा अवसाद दूर हो जायेगा. कृष्ण के सिवाय मैं औऱ किसी को नहीं जानती, यही सोचकर मैं अपना जीवन जी रही हूं.
श्रीमती स्वराज ने सरकार से गीता को राष्ट्रीय ग्रंथ घोषित करने की मांग की. उन्होंने कहा कि वह उत्सव में विदेश मंत्री के तौर पर नहीं बल्कि गीता के अनुसार जीवन जीने वाली साधक के रूप में शामिल हुई हैं. उन्होंने कहा कि वह गीता की वजह से ही मंत्री पद की चुनौतियों का सामना कर पा रही हैं. उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी ने अमेरिकी राष्ट्रपति बराक ओबामा को गीता भेंट कर इसे अनौपचारिक रूप से राष्ट्रीय ग्रंथ का दर्जा दे दिया है.
वहीं विश्व हिन्दू परिषद के संरक्षक श्री अशोक सिंघल ने कहा कि सरकार को गीता को राष्ट्रीय ग्रंथ घोषित करना चाहिये. उधर, हरियाणा के मुख्यमंत्री श्री मनोहर लाल खट्टर ने कहा वे प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी से आने वाली गीता जयंती पर डाक टिकट जारी करने की प्रार्थना करेंगे. वहीं योग गुरू बाबा रामदेव ने कहा कि प्रधानमंत्री मोदी की कोशिशों की वजह से ही देश का गौरव बढ़ा है.
गीता महोत्सव के इस शानदार आयोजन पर 5151 परिवारों ने गीता पूजन किया और उतने ही बच्चों ने गीता के सार को फैलाने का संकल्प लिया. इस महोत्सव की सबसे विशेष बात यह रही की यहां पर बड़ी संख्या में विदेशी मेहमान भी मौजूद थे जो कि गीता से काफी प्रेरित नजर आये.
इस आयोजन के जरिये लाल किले के मैदान से गीता के सार को पूरी दुनिया में फैलाने की कोशिश शुरू की गई है. इस मौके पर अंग्रेजी भाषा की गीता का अनावरण भी किया गया. इस कार्यक्रम में शामिल हरियाणा के मुख्यमंत्री श्री मनोहर खट्टर ने कहा कि अगले साल भगवद् गीता के 5151 साल पूरे होने पर हरियाणा में विराट आयोजन किया जायेगा.