लखनऊ. राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के सरकार्यवाह सुरेश (भय्याजी) जोशी के प्रवास के तीसरे दिन यानी 27 नवंबर को भी उनकी चिंता शाखाओं का विस्तार और उनकी सक्रियता को लेकर रही. भय्याजी ने मार्च तक मुख्य मार्ग से जुड़े हर गांव में संघ की शाखा आरम्भ करने का परामर्श दिया.
उन्होंने संघ की जिला टोली में शामिल पदाधिकारियों से बातचीत में दो दिन के विचार-विमर्श की मुख्य बातें दोहराने के साथ ही बंद हो चुकी शाखाओं को शुरू करने पर सबसे पहले ध्यान देने पर जोर दिया. उन्होंने कहा कि इसके लिये जिले के लोग संबंधित स्थानों पर जायें. पुराने लोगों से मिलें. उनकी कठिनाइयां जानें और उन्हें सक्रिय करें.
राजधानी के सीतापुर रोड पर आईआईएम के पास ग्रामीण क्षेत्र के एक विद्यालय में गुरुवार को हुई बैठक में जिलों के लोगों को शाखाओं का लक्ष्य सौंपकर मार्च तक पूरा करने का आग्रह किया गया.
इस तरह संघ से जोड़ा जायेगा ग्रामीणों को
भय्याजी ने कहा कि उत्तर प्रदेश में कई स्थानों पर पहले संघ की शाखायें नियमित लगती थीं और उन पर काफी संख्या में लोग जुटते थे. धीरे-धीरे ये शाखायें अनियमित हुईं और फिर बंद हो गईं. इसलिये नया काम शुरू करने से पहले पुराने काम को दुरुस्त करने पर ध्यान दिया जाये.
कोशिश हो कि मार्च तक उन सभी स्थानों पर प्रभावी तरीके से संघ की शाखाएं शुरू हो जायें जहां कुछ वर्षों पहले लगती थीं. उन्होंने जिले के लोगों को शाखाओं के साथ-साथ सामाजिक कार्यों व वहां की समस्याओं के समाधान में सक्रिय भागीदारी के साथ ही सामाजिक बुराइयों के खिलाफ अभियान चलाने, गरीबों की समस्याओं के समाधान में हाथ बंटाने का सुझाव भी दिया.
नये लोगों को जोड़ने पर जोर
सरकार्यवाह ने कहा कि पिछले कुछ महीनों में कई नये लोग संघ की विचारधारा के नजदीक आये हैं. जिलों के लोग उनसे संपर्क करके उन्हें शाखाओं से जोड़ें. इससे आगे चलकर एक ऐसा बड़ा वर्ग हमारे साथ होगा, जिसके सहारे समाज में विचारधारा की पकड़ व पैठ ज्यादा मजबूत बनाई जा सकेगी. उन्होंने सुझाव दिया कि गांव वालों को जोड़ने के लिये शुरुआत में साप्ताहिक शाखाओं का प्रयोग शुरू किया जा सकता है. इसके लिये जिले के पदाधिकारी सुविधानुसार कोई दिन तय कर लें.