मालवा में 76 कॉल सेंटर स्थापित किए, 29,309 परिवारों एवं 33,206 लोगों को पहुंचाई राहत
इंदौर. राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के विचार पर सेवा कार्य को ही अपना धर्म मानने वाले गैर-सरकारी संगठन सेवा भारती के कार्यकर्ता कोविड-19 के खिलाफ अभावग्रस्त परिवारों और लोगों के लिए देवदूत की भूमिका निभा रहे हैं. देश भर में विभिन्न सेवा केंद्रों के माध्यम से लोगों को लॉकडाउन की स्थिति में मदद पहुंचाई जा रही है. सेवा भारती कार्यकर्ताओं का मंत्र है -हम स्वस्थ रहेंगे, सबको स्वस्थ रखेंगे.
मालवा प्रांत में राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ व सेवा भारती के स्वयंसेवकों द्वारा 29 मार्च तक 29 हजार 309 परिवारों और 33 हजार 209 लोगों को राहत पहुंचाई गई. सेवा भारती ने मलवा में 76 कॉल सेंटर स्थापित किए हैं, जहां अभावग्रस्त और जरूरतमंद लोग सेवा भारती के कार्यकर्ताओं से संपर्क कर रहे हैं. सेवा भारती के स्वयंसेवक 82 नगरों, 769 गांवों की 490 सेवा बस्तियों और 354 अन्य बस्तियों के लोगों तक सहायता पहुंचाने में सफल हुए हैं. इसमें क्षेत्र की 183 सामाजिक संस्थाओं का सहयोग प्राप्त हुआ.
कोरोना वायरस की रोकथाम के लिए पूरे देश में लॉकडाउन होने से निम्न आय वर्ग वाली बस्तियों में दैनिक उपयोग की वस्तुएं एवं राशन की समस्या उत्पन्न हो गई है, इस विकट परिस्थिति में समाज का कोई भी व्यक्ति भूखा न रहे, इस संकल्प के साथ सेवा भारती मालवा प्रान्त द्वारा बंधु भोजनं योजना के तहत राशन एवं भोजन के पैकेट की उपलब्धता करवाई जा रही है. इसके लिए यहां 82 भोजन निर्माण केंद्र स्थापित किए हैं. भोजन केंद्रों में निर्मित खाने को 152 खाद्य सामग्री आपूर्ति केंद्रों के माध्यम वितरित किया जा रहा है.
मालवा में कोरोना वायरस से संक्रमित रोगियों के उपचार एवं जांच में लगे चिकित्सकों एवं अन्य स्वास्थ्य कर्मियों के लिए प्रोटेक्टिव इक्विपमेंट व एन95 मास्क प्रदान करने में भी सहयोग किया जा रहा है. इसके लिए 34 स्वास्थ्य सामग्री निर्माण केंद्र भी स्थापित किए गए हैं. यहां पर दवाओं के वितरण के अलावा कोरोना वायरस से बचाव के लिए अब तक 30 हजार 654 एन95 मास्क लोगों को वितरित किए गए हैं.
कोविड-19 महामारी से बचाव के लिए हम स्वयं स्वस्थ रहेंगे सबको स्वस्थ रखेंगे, के मूल मंत्र को ध्यान में रखते हुए सेवा भारती के 3693 स्वयंसेवक, संघ की 431 शाखाओं की सहभागिता से लोगों को जागरूक करने का भी काम कर रहे हैं. इसके अलावा बस्तियों में भोजन की व्यवस्था के दौरान लोगों में कोरोना के सम्बन्ध में सम्पूर्ण जानकारी नहीं न होने की लापरवाही से भी कार्यकर्ताओं व लोगों का बचाव किया जा रहा है. इसके लिए कार्यकर्ताओं द्वारा बस्तियों में कोरोना से बचाव हेतु पत्रक, सेनेटाइजर, मास्क आदि वितरित कर जागरूक किया जा रहा है.