दिवंगत नेता गोपीनाथ मुंडे का बुधवार को महाराष्ट्र के परली गांव में राजकीय सम्मान के साथ अंतिम संस्कार किया गया.
मुंडे की बड़ी बेटी और विधायक पंकजा ने पिता को मुखाग्नि दी. तमाम दिग्गजों समेत लाखों लोगों ने अपने चहेते नेता को नम आंखों से विदाई दी.
गृहमंत्री राजनाथ सिंह, वरिष्ठ नेता लालकृष्ण आडवाणी, केन्द्रीय मंत्री स्मृति ईरानी, अनंत कुमार, वेंकैया नायडू, डॉ हर्षवर्धन, शिवसेना अध्यक्ष उद्धव ठाकरे, गोवा के मुख्यमंत्री मनोहर पर्रिकर छत्त्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री रमन सिंह और मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह समेत दिल्ली से लेकर महाराष्ट्र के बड़े-बड़े नेता अंतिम संस्कार में मौजूद थे.
मुंडे के अंतिम दर्शन के लिए यहां लोगों की भारी भीड़ जमा थी. जब लोग मुंडे के अंतिम दर्शन के लिए आगे बढ़े तो पुलिस ने उन्हें रोक लिया. इस पर लोगों ने पुलिस वालों पर पत्थर फेंके.
भीड़ को शांत कराने के लिए मुंडे की बेटी पंकजा को आगे आना पड़ा. उन्होंने अपने हाथ में माइक लिया और लोगों से शांत रहने की अपील की.
इससे पहले मंगलवार शाम मुंडे का पार्थिव शरीर विमान से दिल्ली से मुंबई लाया गया और बीजेपी के राज्य कार्यालय के बाहर रात भर रखा गया. बुधवार सुबह उनके पार्थिव शरीर को कुछ देर के लिए वर्ली स्थित उनके आवास ले जाया गया. वहां से उसे एंबुलेन्स में रख कर हवाईअड्डे पर ले जाया गया.
मुंबई हवाई अड्डे से दिवंगत नेता का पार्थिव शरीर विमान से लातूर पहुंचा. वहां से उसे मुंडे के गृह स्थान परली ले जाया गया जो कि लातूर से करीब 70 किमी दूर है. यहां तमाम दिग्गज नेताओं समेत परली के लोगों ने दिवंगत नेता को अंतिम श्रद्धांजलि दी.
अंतिम संस्कार परली गांव की वैजनाथ चीनी फैक्टरी के मैदान में हुआ. यह फैक्टरी मुंडे की है.
मंगलवार सुबह दिल्ली में जब मुंडे का एक्सिडेंट हुआ, उस समय वह मुंबई के लिए फ्लाइट पकड़ने एयरपोर्ट जा रहे थे. वह अपने गांव परली जाने वाले थे जहां उनका सम्मान समारोह था.
मंगलवार को जिस मंच पर उनका स्वागत होना था, बुधवार को उसी मंच पर उनका शव अंतिम दर्शन के लिए रखा गया.
लोकसभा चुनाव जीतने के बाद पिछले सप्ताह पहली बार केंद्रीय मंत्रिमंडल में शामिल किए गए मुंडे भाजपा के दिवंगत नेता प्रमोद महाजन के बहनोई थे. मुंडे के परिवार में उनकी पत्नी और तीन पुत्रियां हैं. उनकी एक पुत्री महाराष्ट्र के बीड जिले में पारली विधानसभा सीट से विधायक हैं.