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वर्तमान चुनौतियों का समाधान नारद सूत्रों से संभव

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शिमला. हिंदुस्तान टाइम्स दिल्ली के विधि संपादक श्री सत्य प्रकाश ने कहा है कि पत्रकारिता के क्षेत्र में वर्तमान चुनौतियों का समाधान आदि पत्रकार देवर्षि नारद के सूत्रों से संभव है.

श्री सत्य प्रकाश ने कहा कि मीडिया में स्टिंग ऑपरेशन के माध्यम से नये युग का उदय हुआ है. आज स्टिंग ऑपरेशन की विश्वसनीयता पर भी सवाल खड़े हुये हैं, इसे लेकर आज तक कोई भी ठोस कानून नहीं बना है. उन्होंने कहा कि सोशल मीडिया के आने से पत्रकारों के सामने नई चुनौतियां भी सामने आई हैं. पहले संवाद पत्रकारों के माध्यम से होता था, आज नये मीडिया के माध्यम से हो रहा है. फेसबुक व ट्विटर के माध्यम से पत्रकारों की भूमिका कम हुई है और जनता से नेता सीधे संवाद करने लगे हैं.

विधि संपादक ने कहा कि सभी पत्रकार आदि पत्रकार देवर्षि नारद की भूमिका में हैं, लेकिन इसका सही निर्वाह उनके आदर्शों को अपनाकर ही हो सकता है. उन्होंने कहा देवर्षि नारद महाज्ञानी, विद्वान व संवाद में निपुण थे. इसलिये वे तीनों लोकों में आदरणीय थे.

विश्व संवाद केन्द्र शिमला द्वारा विश्व के सर्वश्रेष्ठ संचारक आदि पत्रकार देवर्षि नारद जयंती के उपलक्ष्य में राज्य स्तरीय पत्रकार सम्मान समारोह का आयोजन किया गया. शिमला-नारद-जयंती-पुरुस्कार शिमला के होटल होलीडे होम के सभागार में आयोजित इस पत्रकार सम्मान समारोह में विधायक श्री राजीव बिंदल मुख्य अतिथि थे. क्षेत्रीय प्रचार प्रमुख श्री नरेन्द्र कुमार विशिष्ट अतिथि के रूप में उपस्थित थे.

समारोह में वरिष्ठ पत्रकार के तौर पर पंजाब केसरी के वरिष्ठ संवाददाता श्री सीताराम खजूरिया, हिन्दुस्तान टाइम्स की संवाददाता सुश्री भवानी नेगी, दैनिक जागरण के ब्यूरो चीफ श्री प्रकाश भारद्वाज,  इलेक्ट्रानिक मीडिया से श्री मोहित प्रेम शर्मा, डे एण्ड नाइट न्यूज चैनल के प्रधान संवाददाता तथा छाया पत्रकार के तौर पर दैनिक भास्कर के फोटो जर्नलिस्ट श्री अजय भाटिया को सम्मानित किया गया.

इस अवसर पर कार्यक्रम के मुख्य अतिथि डा. राजीव बिंदल ने कहा कि पत्रकारिता समाज को नई व सही दिशा प्रदान करती है, इसी कारण इसे लोकतंत्र का चौथा स्तम्भ कहा गया है. बिंदल ने कहा कि आने वाले समय में केन्द्र व राज्य सरकारों को पत्रकारिता के क्षेत्र में स्वतंत्र रूप से लेखन करने वाले मीडियाकर्मियों की सराहना व आर्थिक सहायता करनी होगी ताकि उनका शोषण न हो. उन्होंने पत्रकारों को परामर्श दिया कि अपनी लेखनी से किसी भी विषय को लिखना हो तो उससे जुड़े इतिहास को अवश्य लिखें ताकि विषय की सार्थकता और पूर्व में अंग्रेजी हकूमत द्वारा बिगाड़े गये भारतीय इतिहास का संशोधन हो सके.

कार्यक्रम के समन्वयक एवं विश्व संवाद केन्द्र प्रमुख दलेल सिंह ठाकुर ने बताया कि देवर्षि नारद के व्यक्तित्व का सबसे महत्वपूर्ण पहलू एक कुशल संचारक, संप्रेषक और संवादवाहक का है. उन्होंने बताया कि आज के मीडिया प्रतीकों के सन्दर्भ में विचार करें तो नारद और महाभारत काल के संजय की भूमिका मीडिया मैन की दिखती है. ठाकुर ने बताया कि नारद को अब प्रथम पत्रकार या प्रथम संवाददाता के रूप में फिर से पहचाना जाने लगा है. उन्होंने बताया कि विश्व संवाद केन्द्र पिछले पांच वर्ष से देवर्षि नारद जयंती पर राज्य स्तरीय पत्रकार सम्मान समारोह आयोजित कर रहा है. अंत में प्रांत प्रचार प्रमुख श्री शिव कुमार ने सभी अतिथियों का आभार व्यक्त किया. इस अवसर पर सरस्वती विद्या मन्दिर विकासनगर के विद्यार्थियों ने सरस्वती वंदना की.

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