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वैदिक का संघ से कोई संबंध नहीं: होसबले

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नई दिल्ली. राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के सह सरकार्यवाह श्री दत्तात्रेय होसबले ने स्पष्ट किया है कि पत्रकार श्री वेद प्रताप वैदिक का संघ से कोई संबंध नहीं है. 

श्री होसबले ने यह भी कहा कि श्री वैदिक की पाकिस्तान में जमात-उद-दावा के प्रमुख और मुंबई पर आतंकी हमले के षड्यंत्रकारी हाफिज सईद के साथ हुई बैठक से भी संघ का कोई लेना-देना नहीं है. श्री होसबले ने यह टिप्पणी कांग्रेस पार्टी और इसके उपाध्यक्ष श्री राहुल गांधी द्वारा श्री वैदिक को राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ का आदमी बताये जाने के साथ यह सवाल उठाने पर की कि क्या इस्लामाबाद स्थित भारतीय उच्चायोग ने उक्त बैठक आयोजित कराने में अपनी कोई भूमिका निभाई. बताया जाता है कि श्री वैदिक की जमात उद दावा के प्रमुख से मुलाकात 2 जुलाई को लाहौर में हुई थी. जमात आतंकी संगठन लश्कर-ए-तोएबा की मातृ संस्था है. 

श्री वैदिक ने स्वयं इस बात से इंकार किया है कि वे राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के व्यक्ति हैं. उन्होंने कहा, मैं कभी भी आरएसएस का व्यक्ति नहीं रहा. कांग्रेस उपाध्यक्ष राहुल गांधी को कहने दो जो वे कहना चाहते हैं. श्री वैदिक ने यह भी स्पष्ट किया कि वे हाफिज सईद से पत्रकार के तौर पर पाकिस्तान के एक अन्य पत्रकार के माध्यम से मिले. उन्होंने कहा, इस मसले पर हो रहे हंगामे पर बड़ा खराब महसूस कर रहे हैं क्योंकि उन्होंने कांग्रेस के साथ काम किया है, वे अपने लोग हैं.”   

श्री वैदिक ने कहा, मैं पिछले 40 वर्ष से विदेशों की यात्रा कर रहा हूं. क्या वे यात्रायें दूतावासों ने कराईंउन्होंने साफ कहा कि वे हरेक से सीधे मिलते हैं. यह पूछे जाने पर कि क्या वे राहुल गांधी के विरुद्ध मानहानि का मामला दायर करेंगे, श्री वैदिक ने कहा कि वे ऐसा नहीं करेंगे क्योंकि वे एक साधारण व्यक्ति हैं. उन्होंने यह भी कहा, इन आरोपों के जरिये मैंने पिछले 40 सालों से राष्ट्र के लिये जो कुछ किया है, उसे दफनाया जा रहा है.”  

इससे पहले कांग्रेस के उपाध्यक्ष श्री राहुल गांधी ने संवाददाताओं से यहां बात करते हुए कहा था कि उनकी पार्टी यह जानने की बेहद उत्सुक है कि 26/11 के मास्टरमाइंड हाफिज सईद और वैदिक की मुलाकात क्या पाक स्थित भारतीय उच्चायोग ने कराई. केन्द्र सरकार ने इस विवादास्पद मुलाकात से अपनी दूरी बनाते हुए इसे कांग्रेस का ध्यान बदलने वाला हथकंडा बताया और कहा कि श्री वैदिक को न तो अधिकृत किया गया था और न वे सरकार या भाजपा का प्रतिनिधित्व कर रहे थे.

इस बीच, अंग्रेजी दैनिक द हिंदू ने अपने सूत्रों के हवाले से समाचार प्रकाशित किया है कि इस्लामाबाद स्थित भारतीय उच्चायोग ने इस मामले में अपनी रिपोर्ट भारत के विदेश मंत्रलय को भेज दी है. इस रिपोर्ट के अनुसार श्री वैदिक ने 14 से 16 जून को रीजनल पीस इंस्टीट्यूट द्वारा सांसदों एवं पत्रकारों की ट्रैक-2 बैठक में भाग लिया. इसके बाद उच्चायोग को उनकी यात्राओं की कोई जानकारी नहीं है. 

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