8 अगस्त 2014 देहरादून (विसंके). देहरादून की सड़कों पर मानों भगवान शिवजी की बारात में पूरा देवलोक उतर आया हो. फूलों से सजी पालकी में विराजमान भोलेनाथ के टपकेश्वर, रुद्रेश्वर स्वरूप के साथ ही राम दरबार सहित अन्य झांकियों ने श्रद्धालुओं का मन मोह लिया. देवी देवताओं के अलावा वानर लंगूर व भूत प्रेत भी शिवजी की बारात में बाराती बने. बैंडबाजों व शिव महिमा के गुणगान से पूरा शहर झूम उठा. मौका था श्री टपकेश्वर महादेव की वार्षिक शोभायात्रा व शिवबारात का. शुक्रवार को मंदिर के महंत माया गिरी जी महाराज के सानिध्य में श्री टपकेश्वर महादेव सेवा दल की ओर से भव्य शोभायात्रा व शिवबारात का आयोजन किया गया. सहारनपुर रोड स्थित शिवाजी धर्मशाला से शुरू हुई शोभायात्रा सहारनपुर चौक, झंडा बाजार होते हुये पल्टन बाजार, घंटाघर से चकराता रोड, बिंदाल होते गढ़ीकैंट स्थित टपकेश्वर महादेव मंदिर प्रांगण में संपन्न हुई. शोभायात्रा में इस बार भगवान पशुपतिनाथ की झांकी भी सजायी गई. इसके अलावा बांके बिहारी, शिव पार्वती, कृष्ण सुदामा सहित अन्य देवी देवताओं की झांकियां श्रद्धालुओं के आकर्षण का केन्द्र रही. शोभायात्रा का जगह-जगह पुष्प वर्षा कर स्वागत किया गया. पल्टन बाजार से डिस्पेंसरी रोड जाने वाले मार्ग पर भगवान शिव की विशाल झांकी सजायी गई थी. इसके अलावा शोभायात्रा के मार्ग पर स्टॉल लगाकर भक्तों को प्रसाद वितरित किया गया. घोड़े पर सवार शिवभक्तों के अलावा पवित्र गंगाजल से भरे कलश लेकर शोभायात्रा में शामिल महिलाओं ने भगवान शिव की महिमा का गुणगान किया. शोभायात्रा की विशालता का अंदाजा इसी बात से लगाया जा सकता है कि घंटाघर से लेकर सहारनपुर चौक तक का पूरा इलाका शिव के रंग में रंगा नजर आया. शोभायात्रा में नागालैंड व केरल से आये कलाकारों ने भी अपनी सांस्कृतिक झांकी प्रस्तुत की. इस दौरान सड़कों पर नृत्य करते चलते युवा भोले बाबा की जयकार करते रहे. श्री टपकेश्वर सेवादल ने शोभायात्रा के दौरान बैनर व पोस्टरों के माध्यम से रक्तदान करने का भी संदेश दिया. मंदिर पहुंचने के बाद भगवान शिव का सामूहिक जलाभिषेक करने के साथ ही भगवान की श्रृंगारमय आरती उतारी गई.