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संघ पदाधिकारी की हत्या में प्रयुक्त हथियार बरामद

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Kunnur-copyकोच्चि. केन्द्रीय जांच ब्यूरो (सीबीआई) ने शुक्रवार, 28 नवंबर को राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ कन्नूर जिले के शारीरिक शिक्षा प्रमुख मनोज की माकपा गिरोह द्वारा हत्या में प्रयुक्त हथियारों को बरामद करने में सफलता हासिल की है. ईलनोत्ताथिल निवासी मनोजजी की केरल के कन्नूर जिले में थलेसरी के निकट कथिरूर में तीन महीने पहले नृशंस तरीके से हत्या कर दी गई थी. इस बीच, पुलिस ने युवा मोर्चा नेता केटी जयकृष्णन की शहादत की अगले दिनों पड़ने वाली वर्षगांठ को देखते हुए सतर्कता बढ़ा दी है.

सीबीआई को कथिरूर में उक्कसमोट्टा के पास से, जहां हत्याकांड हुआ था, पाच तलवारें और एक स्टेनलेस स्टील की कटार मिले. माना जा रहा है कि इसी कटार से मनोजजी का गला रेत डाला गया था. ये हथियार एक बोरे में बंद कर नहर के किनारे छिपा दिए गये थे.

RSS activist E Manojसूत्रों ने बताया कि हथियारों की बरामदगी केन्द्रीय एजेंसी की बड़ी महत्वपूर्ण खोज है. इससे हत्या की जांच में बड़ा मोड़ आ सकता है. ये बरामदगी अभियुक्तों से पूछताछ के दौरान मिली जानकारी के आधार पर की गई. इन हथियारों को तत्काल रासायनिक जांच के लिये भेज दिया गया.

एजेंसी इन हथियारों को कोच्चि की अदालत में भी पेश करेगी. मनोजजी की हत्या मार्क्सवादी कम्युनिस्ट पार्टी के हत्यारे गिरोह द्वारा गत 1 सितंबर को दिनदहाड़े उक्कसमोट्टा, कथिरूर में कर दी गई थी जो थलेसरी के पास पड़ता है. थलेसरी वह स्थान है जहां संघ-भाजपा और माकपा के बीच अनेक खूनी संघर्ष हुये हैं.

हत्यारों के गिरोह ने उस वाहन पर जिसमें मनोजजी यात्रा कर रहे थे, देसी बम फेंक कर आतंक की स्थिति पैदा करने के बाद उनका गला काट डाला. वाहन रुकने के बाद मनोजजी को उसमें से बाहर खींचने के बाद हत्यारों ने उन पर हमला कर दिया और उनकी जान लेकर ही चैन लिया. कार में उस समय मनोजजी के साथ यात्रा कर रहे उनके मित्र प्रमोदजी को इस हमले में गंभीर चोटें आईं.

इस मामले में अभी तक 19 में से 15 अभियुक्तों को गिरफ्तार किया जा चुका है. केरल पुलिस की अपराध शाखा के विशेष जांच दल, जिसने इस मामले की शुरुआती जांच की थी, पहले अभियुक्त विक्रमन समेत सात व्यक्तियों को गिरफ्तार किया था. व्यावहारिक तौर पर सीबीआई ने, जिसने 5 नवंबर को यह जांच अपने हाथ में ली थी, आठ लोगों को गिरफ्तार किया. इस मामले में गिरफ्तार सभी अभियुक्त माकपा के नेता और कार्यकर्ता हैं.

इस बीच, पुलिस ने  युवा मोर्चा के नेता केटी जयकृष्णन की शहादत की 15वीं वर्षगांठ पर हिंसा भड़कने की आशंका में कन्नूर के थलेसरी क्षेत्र में सतर्कता बढ़ा दी है. थलेसरी केरल के मार्क्सवादियों का मुख्य गढ़ है जहां पिछले चार दशक में हुईं राजनीतिक हिंसा की घटनाओं में सैंकड़ों लोगों की जानें गईं हैं.

पेशे से स्कूल-अध्यापक जय कृष्णन राज्य युवा मोर्चा के उपाध्यक्ष थे. उनकी मार्क्सवादी हत्यारों के गिरोह द्वारा अपने कक्षा 6 के छात्रों के सामने 1 दिसंबर 1999 को हत्या कर दी गई थी. उस समय वे थलेसरी के पास पनुर के ईस्ट मोकरी यूपी स्कूल के एक क्लासरूम में अपने छात्रों को गणित पढ़ा रहे थे.

पुलिस सूत्रों ने बताया कि थलेसरी क्षेत्र में हिंसक वारदातें बढ़ने के संकेत मिलने लगे हैं. गुरुवार, 27 नवंबर की रात्रि में पिनाराई ग्राम में भारतीय जनता पार्टी के कुछ कार्यकर्ताओं पर बमों से हमला किया गया. ये कार्यकर्ता पत्रक वितरित कर रहे थे. स्थानीय भाजपा नेताओं ने हमला करने वाले माकपाइयों पर आरोप लगाया है कि वे बड़ी संख्या में माकपा कार्यकर्ताओं के संघ परिवार में शामिल होने से बौखला गये हैं.

पुलिस सूत्रों के अनुसार जिले का कूथुपराम्बु इलाका पिछले एक महीने से अशांत बना हुआ है. यहां बम हमले और वाहनों में आग लगाने की वारदात हुईं हैं. क्षेत्र में इस दौरान कम से कम 200 वाहन फूंक दिये गये. पनुर और पोयीलुर जैसे स्थानों की विशेष निगरानी की जा रही है.

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