पंचकुला (विसंके). राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के सहसरकार्यवाह श्री दत्तात्रेय होसबाले ने प्रबुद्धजनों से इस सोच से बाहर निकलने का आह्वान किया है कि सरकार बदलने से सब कुछ बदल जायेगा.
सेवानिवृत्त सैन्य अधिकारियों, आईएएस व आईपीएस अधिकारियों, न्यायाधीशों तथा उद्योगपतियों की मंगलवार, 11 नवंबर को ‘आज के परिप्रेक्ष्य में प्रबुद्ध नागरिकों की भूमिका’ विषय पर यहां संपन्न गोष्ठी में उन्होंने प्रबुद्ध लोगों से समाज में अपनी भूमिका निभाने के लिये आगे आने को कहा. उन्होंने कहा कि संपूर्ण समाज बदलने से ही अपेक्षित सकारात्मक परिवर्तन होगा और इसके लिये प्रबुद्ध वर्ग को समाज में अपनी भूमिका निभानी होगी. आईएसआईएस एवं अन्य आतंकी संगठनों की बढ़ती गतिविधियों की विस्तार से चर्चा करते हुए उन्होंने कहा कि समाज के प्रबुद्ध वर्ग को सभी को साथ लेकर अपने दायित्व का निर्वाह करने के लिए घर से निकलना होगा, तभी समस्याओं का समाधान हो सकता है.
उन्होंने कहा कि संघ का कार्य देशहित में कार्य करने वाले व्यक्तियों का निर्माण करना है. संघ का कार्यकर्ता कहीं पर भी रहे, वह देशहित में कार्य करता है. यह जरूरी नहीं कि निरंतर शाखा आने से ही संघ का कार्य होता है. उन्होंने कुछ समय के अंतराल पर मिलने का क्रम शुरू कर, देशहित में चर्चा करने और अपने आसपास व्याप्त समस्याओं के समाधान के बारे में चिंतन करने का परामर्श देते हुए कहा कि ऐसा निरंतर करने से हम देश की समस्याओं के समाधान में भागीदार बन सकते हैं. गोष्ठी में 75 लोगों ने भाग लिया. श्री होसबाले जी ने कार्यक्रम में उपस्थित लोगों के प्रश्नों के उत्तर भी दिये.
गोष्ठी की अध्यक्षता रिटायर्ड लेफ्टिनेंट जनरल बलजीत सिंह जसवाल जी ने की. विशिष्ट अतिथि ले. जनरल मल्होत्रा जी रहे. गोष्ठी में मुख्य रूप से कर्नल रामस्वरूप कौशल जी, कर्नल आनंद जी, सेवानिवृत्त अधिकारी भारत भूषण जी, आरसी गुप्ता जी, रविकांत शर्मा जी, जंगबहादुर जी, सीएस तलवार जी, दिनेश कुमार अरोड़ा जी, रजनीश गर्ग जी, जीवन अग्रवाल जी उपस्थित रहे.