नई दिल्ली. राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ ने दिल्ली के न्यू अशोकनगर में मयूर विहार जिले के स्वयंसेवकों के पथ संचलन का आयोजन किया. वृक्षारोपण के साथ शुरू हुए कार्यक्रम में मुख्य वक्ता दिल्ली प्रान्त के सह बौद्धिक प्रमुख श्री उत्तम जी ने कहा कि संघ हमेशा से सत्य और अहिंसा के साथ रहा है. शक्ति जहां होगी अहिंसा भी वहीं होगी. आरएसएस सच्चे अर्थों में गांधी जी के मार्ग पर चलता है,लेकिन संघ को बदनाम करने के लिये गाँधी जी की हत्या का आरोप लगाया गया.
उन्होंने कहा, “ समाज में सत्य पर टिके व्यक्ति और संगठन ही आगे बढ़ते हैं, झूठ की आयु अधिक नहीं होती. आज आरएसएस के विस्तार की सबसे बड़ी वजह उसकी समाज में विश्वसनीयता है, जो त्याग से आती है. हम पर्यावरण ही नहीं समाज के हर मुद्दे को हल कर सकते हैं, बशर्ते हमें समय देना होगा. यह हम खुद तय करें कि हर दिन एक घंटे या फिर दो चार घंटे. इस तरह कुछ लोगों को पूरा जीवन समाज कार्य में लगाना होगा.”
कार्यक्रम के मुख्य अतिथि न्यायमूर्ति आरबी शर्मा ने कहा कि पथ संचलन में स्वयंसेवकों द्वारा निकाले गए एक-एक कदम समाज में एकता की शक्ति का संचार करते हैं. देश हित में हम एक रूप में सोचते हैं, आचरण करते हैं, यह पथ संचलन से परिलक्षित होता है. धर्मशिला अस्पताल से शुरू हुए पथ संचलन का न्यू अशोकनगर के अलग-अलग वार्डों वसुंधरा,दल्लूपुरा में समाज के अलग-अलग वर्ग के लोगों ने भव्य स्वागत किया. करीब एक हजार स्वयंसेवकों के साथ निकले पथ संचलन में कदमताल के साथ गूंजता देशभक्ति गीत बेहद आकर्षक रहा.
कार्यक्रम की अध्यक्षता प्रो लक्ष्मण प्रसाद ने की. इस अवसर पर पूर्वी विभाग के प्रचारक देवेन्द्र, विभाग कार्यवाह विपिन जी, दिल्ली अध्यापक परिषद के महामंत्री राजेंद्र गोयल, जिला कार्यवाह रवि खंडेलवाल, सह जिला कार्यवाह लक्ष्मण, जिला प्रचार प्रमुख देवेन्द्र जी, सह जिला सायं कार्यवाह विजेद्र राजपूत समेत बड़ी संख्या में संघ के कार्यकर्ता एवं गण मान्य लोग मौजूद रहे.
आईटी और मीडिया के करीब सौ स्वयंसेवक शामिल
पथ संचलन की खास बात रही की आईटी,बैंकिंग और मीडिया की प्रतिष्ठित कंपनियों के सौ से अधिक स्वयंसेवकों ने 4 किमी लंबे पथ संचलन में पूर्ण गणवेश में हिस्सा लिया.
प्रचार विभाग ने लगाया पुस्तकों का स्टॉल
पथ संचलन में शामिल होने आये नये स्वयंसेवकों एवं गण मान्य लोगों के लिये प्रचार विभाग ने देशभक्तिपूर्ण साहित्य, कवितायें,उपन्यास एवं लघु कथाओं का आकर्षक स्टॉल भी लगाया. स्टॉल में संघ से संबंधित साहित्य लोगों को खूब पसंद आया.
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