देहरादून. सिमी के आतंकवादियों के उत्तराखंड में छिपे होने की सूचना से गृह विभाग और पुलिस मुख्यालय में हलचल मच गई. कोटद्वार में मेरठ एटीएस की कार्रवाई के बाद हरकत में आई उत्तराखंड पुलिस ने आतंकवादियों की तलाश शुरू कर दी. पुलिस महानिदेशक श्री बीएस सिद्धू ने बताया कि मेरठ एटीएस ने पुलिस को दो आतंकवादियों के फोटो भी उपलब्ध कराये हैं, जिनके आधार पर राज्य पुलिस को सतर्क कर दिया गया है. आतंकवादियों के उत्तर प्रदेश के बिजनौर जिले की ओर से उत्तराखंड की सीमा में घुसने की सूचना है.
श्री सिद्धू ने बताया कि 20 सितंबर को कोटद्वार पुलिस को बिजनौर पुलिस से सूचना मिली थी कि आतंकवादी एक कार से क्षेत्र में घुसे हैं. बिजनौर पुलिस ने अपनी जांच के आधार पर बताया कि कार रामपुर से हरिद्वार के लिये बुक कराई गई थी, जिसे आतंकवादियों ने बिजनौर क्षेत्र में चालक को घायल कर लूटा था. इस पर कोटद्वार पुलिस ने कौडिया चेक पोस्ट से कुछ दूर एक स्विफ्ट डिजायर कार (यूपी16एके/6334) को घेर लिया. पुलिस को देखकर कार से उतरकर दो व्यक्ति पुलिस पर फायर करते हुए जंगलों में भाग निकले. इस बीच, 22 सितंबर को एटीएस (मेरठ) की टीम ने स्थानीय पुलिस से संपर्क कर क्षेत्र में तलाशी अभियान चलाया. मेरठ एटीएस टीम के साथ उत्तराखंड एसटीएफ और एसओजी की टीम भी कांबिंग में शामिल हैं.
23 सितंबर को सर्च ऑपरेशन चिलरखाल से सनेह तक के जंगलों में चलाया गया. मेरठ एटीएस ने उत्तराखंड पुलिस को दोनों आतंकवादियों के फोटो भी उपलब्ध कराये हैं, जिनके आधार पर उत्तर प्रदेश की सीमा से सटे सभी क्षेत्रों में पुलिस को सतर्क कर दिया गया है. बताया जा रहा है कि दोनों आतंकवादी उन्हीं पांच आतंकियों में से हैं जो एक अक्टूबर 2013 को मध्य प्रदेश के खंडवा जिला जेल से फरार हो गये थे. पिछले दिनों बिजनौर में हुए बम विस्फोट में भी इनका हाथ बताया जा रहा है.