राष्ट्र सेविका समिति की प्रमुख संचालिका शांतक्का जी ने कहा कि स्वर्गीय सुषमा स्वराज जी विश्वबंधुत्व का मूर्तिमंत रूप थीं. एकात्म मानवदर्शन को अपने आचरण में अपनाया था. समिति प्रमुख पूर्व विदेश मंत्री स्व. सुषमा जी को श्रद्धांजलि अर्पित कर रही थीं. नागपुर स्थित समिति के केंद्र कार्यालय, देवी अहिल्या मंदिर में श्रद्धांजलि सभा का आयोजन किया गया था. उन्होंने कहा कि भगवान श्रीकृष्ण को अपेक्षित प्रिय भक्त के सभी गुण सुषमा जी में थे.
समिति की पूर्व प्रमुख संचालिका प्रमिला ताई मेढे जी ने सुषमा जी का स्मरण करते हुए कहा कि सुषमा जी भारत मां की सेवा के लिये अन्य रूप में फिर से जन्म लेंगी.
कार्यक्रम में मंच पर उपस्थित पूज्य आचार्य श्री जितेंद्रनाथ महाराज ने सुषमा जी के स्नेह, वात्सल्य, प्रतिभा तथा प्रयत्न की पराकाष्ठा के गुणों की प्रशंसा करते हुए उनके सेविका स्वरूप को नमन किया. समिति के विविध प्रकल्प कार्यकर्ताओं ने श्रद्धासुमन अर्पित किये.