जबलपुर. जम्मू कश्मीर में आई बाढ़ और उससे हुई तबाही में पीडि़तों को राहत पहुंचाने के काम में सेवा भारती के 250 कार्यकर्ता लगे हुए हैं. ये कार्यकर्ता 24 घंटे उपस्थित रहकर पीड़ितों की सेवा कर रहे हैं. जो लोग बाढ़ में फंसे थे, उन्हें सुरक्षित स्थान पर बसाने का कार्य प्राथमिकता के आधार पर किया गया.
सेवा भारती के अखिल भारतीय सेवा प्रमुख श्री सुहास हिरेमठ ने विश्व संवाद केन्द्र के सम्पादक शिव कुमार कुशवाहा को यह जानकारी देते हुए बताया कि देश के अनेक प्रांतों से 20 चिकित्सक जम्मू कश्मीर पहुंच कर लोगों को स्वास्थ्य सेवायें दे रहे हैं. पीड़ितों की देखरेख हर रोज की जा रही है. उन्हें दवाइयां मुफ्त में दी जा रही है. भोजन कराया जा रहा है. पानी को शुद्ध करने के लिये दस हजार क्लोरीन की गोलियां बांटीं गईं हैं. श्री हिरेमठ ने बताया कि चूंकि बाढ़ में सारा गृहस्थी का समान या तो बह गया या फिर खराब हो गया. इसलिये उन्हें कंबल, चादर, गर्म कपड़े और जरूरत के अन्य समान भी दिये जा रहे है. इसके अतिरिक्त पांच हजार छा़त्रों को स्कूल किट भी दिये जा रहे हैं ताकि वे अपनी आगे की पढ़ाई जारी रख सकें. उन्होंने बताया कि सेवा भारती का ये कार्य तात्कालिक नहीं है. ये कार्य तब तक चलता रहेगा जब तक सभी व्यवस्थित रूप से बस नहीं जाते.
सेवा प्रमुख ने बताया कि इसके पूर्व गुजरात में आई सुनामी, महाराष्ट्र का भूकम्प, उत्तराखंड की बाढ़ और देश के जिस भी कोने में प्राकृतिक विपदा आई है, सभी में सेवा भारती के कार्यकर्ताओं ने बढ़-चढ़ कर सहयोग किया और प्रकृति की इस नाराजगी का जो जितना बड़ा कोपभाजन बना, उसे सेवा भारती ने उतना सहयोग दिया. श्री हिरेमठ ने बताया कि देश भर में सेवा भारती के एक लाख 40 हजार प्रकल्प चल रहे हैं. हर राज्य में अलग-अलग नाम से समितियां कार्य करती हैं, लेकिन उन सबका नियंत्रण राष्ट्रीय सेवा भारती दिल्ली के द्वारा किया जाता है. उन्होंने बताया कि सेवा भारती प्रमुख रूप से दुर्गम ग्रामीण क्षेत्र, सेवा बस्ती तथा वनवासी क्षेत्रों में कार्य करती है. इसका कार्य देश के सभी 41 प्रांतों में चल रहा है. योजना के अनुसार सबसे ज्यादा ध्यान शिक्षा, स्वास्थ्य, सामाजिक संस्कार, स्वावलंबन, ग्राम विकास तथा गौ सेवा के कार्यों पर दिया जाता है.
एक प्रश्न के उत्तर में उन्होंने बताया कि सेवा भारती का काम तमिलनाडु, केरल, कर्नाटक, महाराष्ट्र, मध्य प्रदेश, दिल्ली और पूर्वांचल में अच्छा चल रहा है. सेवा भारती में दो हजार से ज्यादा कार्यकर्ता पूर्णकालिक हैं. इसके अलावा ऐसे महिला-पुरुष कार्यकर्ताओं की संख्या लाखों में है जो 4 से 6 घंटे का समय नियमित देते है. जबलपुर में केशव कुटी में सेवा भारती का एक चिकित्सालय भी चलता है, जिसमें डॉ. अजय सेठ, डॉ. वी.के. पान्से, डॉ. माया चंसोरिया, डॉ. माणिक पान्से सहित अनेक चिकित्सक अपनी सेवायें दे रहे है जो पूर्णतः निःशुल्क है.