देहरादून (विसंके). देहरादून के समीप खाबड़वाला-हल्दूवाला (संतलादेवी मार्ग) में 14 अगस्त की रात्रि में बादल फटने से हताहत हुए लोगों की सेवा के लिये संघ के स्वयंसेवकों ने वहां सबसे पहले पहुंच कर सेवा कार्य प्ररम्भ कर दिया. बादल फटने से किसी जानमाल का नुकसान तो नहीं हुआ पर लोगों के घर, पानी व मलवे से भर गये.
संघ के स्वयंसेवकों को फोन पर यह सूचना मिली कि रात्रि में खाबड़वाला-हल्दूवाला में बादल फटने से नगर से ग्राम का सम्पर्क मार्ग अवरुद्ध हो गया है और जन-जीवन अस्त-व्यस्त हो गया है. पूरी रात लोग परेशान व सहमे रहे हैं. प्रभात होते ही संघ के कृष्ण नगर की कृष्ण शाखा व गढ़ी शाखा की टोली के 11 सदस्य पूर्ण तैयारी के साथ राहत कार्य हेतु वहां सबसे पहले पहुंच गये. स्यवंसेवकों ने सबसे पहले अवरुद्ध हुये मार्ग को साफ किया. साथ ही, गांव के संपर्क मार्ग की भी मरम्मत की. इस मार्ग में बड़े-बड़े पत्थर आये हुये थे. साथ ही गांव के सभी लोगों को सुरक्षित स्थान पर जाने को कहा.
इस राहत टोली का नेतृत्व कृष्णनगर के नगर कार्यवाह विशाल जिन्दल ने किया. उन्होंने आज शनिवार, 16 अगस्त को रसद सामग्री भी प्रभावित लोगों के बीच वितरित करनी प्रारम्भ कर दी है. इस बीच, उत्तराखंड में बारिश का कहर लगातार जारी रहने की सूचनायें मिल रही हैं. उत्तराखंड की राजधानी देहरादून में जमान खिसकने से सात लोगों की मौत हो गयी है. राज्य में लगातार पिछले दो दिनों से बारिश हो रही है. देहरादून में एक घर पर मलबा गिरने से सात लोगों की मौत की खबर आयी है. इसके अलावा ऋषिकेश में भी गंगा का जलस्तर खतरे के निशान से ऊपर पहुंच गया है और लोगों में लगातार बाढ का भय बना हुआ है. पौ़ड़ी जिले में बादल फटने की घटना सामने आयी है. इस हादसे में पांच लोगों की मौत हो गई है. बारिश के कारण हुए हादसों में अब तक यहां कुल 27 लोगों की मौत हो चुकी है.