देहरादून (विसंकें). उत्तराखण्ड में शैक्षणिक क्षेत्र में विद्या भारती का नाम सबसे अग्रणी संस्थानों में है. इसकी सफलता को देखते हुए परम श्रद्धेय श्री भोले जी महाराज एवं करूणामयी माता श्री मंगलादेवी जी की प्रेरणा से हंस कल्चरल सेन्टर ने शैक्षिक कार्य हेतु नारायण मुनि सरस्वती शिशु मन्दिर राजपुर रोड में एक बस विवेकानन्द विद्या मन्दिर डीडीहाट पिथौरागढ़ को सहायतार्थ प्रदान की.
इस वर्ष विद्या भारती के विद्यालयों ने प्रदेश की बोर्ड परीक्षाओं में सर्वोच्च तीन स्थानों में अपनी जगह बनाई है. हंस कल्चरल सेन्टर ने पूर्व में भी सरस्वती विद्या मन्दिर तिमली, पौड़ी एवं पिथौरागढ़ को भी एक-एक बस भेंट की है. हंस कल्चरल सेन्टर कॉर्डिनेटर सत्यपाल सिंह नेगी ने कहा कि श्री भोले जी महाराज एवं करूणामयी माता श्री मंगलादेवी जी की प्रेरणा से हंस कल्चरल सेन्टर उत्तराखण्ड को शैक्षिक क्षेत्र में अग्रणी राज्य बनाना चाहता है. इसीलिए हंस कल्चरल सेन्टर विद्या भारती को आगामी समय में 10 स्कूल बसें भेंट करेगा.
विद्या भारती के प्रदेश संगठन मंत्री भुवन जी ने बताया कि उत्तराखण्ड के विकास कार्यों में श्री भोले जी महाराज एवं माता मंगलादेवी जी द्वारा एक आन्दोलन के रूप में शैक्षिक जगत में विभिन्न प्रकार के कार्य किये जा रहे हैं जो सराहनीय है. विशिष्ट अतिथि शहरी विकास मंत्री मदन कौशिक ने कहा कि हंस कल्चरल सेन्टर और विद्या भारती निस्वार्थ भाव से प्रदेश में कार्य कर रहा है. इसी प्रकार कुछ अन्य संगठन भी कार्य करें तो शिक्षा और विकास में एक नई क्रांति आ जाए. उत्तराखण्ड के दूरस्थ एवं पिछडे़ क्षेत्र में बिना सरकारी सहायता के विद्या भारती शिक्षास्तर में उल्लेखनीय कार्य कर रही है. कार्यक्रम का संचालन शिशु शिक्षा समिति के प्रदेश निरीक्षक सत्य प्रसाद बंगवाल जी ने किया. इस अवसर पर महानगर संघचालक गोपाल कृष्ण मित्तल जी सहित गणमान्यजन उपस्थित थे.