कोविड-19 महामारी के खिलाफ एक्शन मोड में हिमाचल सरकार
टीमें घर-घर जाकर करेंगी कोरोना के लक्ष्णों की जांच
शिमला. कोविड-19 संक्रमण पर अंकुश लगाने के लिए हिमाचल प्रदेश सरकार ने नई पहल की है. प्रदेश सरकार ने एक्टिव केस का पता लगाने के लिए अभियान छेड़ा है, जिसके तहत प्रदेश में आठ हजार टीमों का गठन किया गया है. शुक्रवार से एक्टिव केस फाइंडिंग अभियान शुरू कर दिया गया है. ये टीमें घर-घर जाकर कोविड-19 के लक्षणों के बारे में जानकारी लेंगी तथा गूगल फॉर्म के माध्यम से जानकारी को स्वास्थ्य विभाग के साथ साझा किया जाएगा. प्रदेश सरकार की पहल से प्रदेश में संक्रमित रोगियों के बारे में जानकारी हा सिल की जा सकेगी. अधिकारियों को निर्देश दिए गए हैं कि एक्टिव केस फाइंडिंग टीमों को मास्क, दस्ताने और सुरक्षा उपकरण प्रदान किए जाएं, ताकि वे बिना किसी भय के कुशलतापूर्वक अपने कार्य को पूरा कर सकें.
हिमाचल प्रदेश सरकार कोविड-19 महामारी को लेकर शुरूआत से ही काफी सजग दिखाई दी है. भारत सरकार के स्वाथ्य मंत्रालय की ओर से 9 मार्च को देश में कोरोना वायरस के संक्रमण संबंधित ब्रेक आउट किया गया था. कोरोना वायरस को लेकर निगरानी और स्वास्थ्य विभागों को निरंतर सूचनाएं देने का काम शुरू किया गया. कोरोना से निपटने के लिए अपेक्षित सुझावों का भी प्रचार और प्रसार किया गया.
राज्य के जरूरतमंद और गरीब लोगों को सरकारी मदद देने के लिए सरकार 500 करोड़ रुपये खर्च करने, लगभग 5 लाख 34 हजार सामाजिक सुरक्षा पेंशन धारकों को अप्रैल के पहले हफ्ते में ही प्रथम तिमाही की पेंशन जारी करने की घोषणा की. भवन एवं निर्माण कामगार बोर्ड में पंजीकृत लगभग एक लाख पचास हजार कामगारों को 2 हजार रुपये की एक मुश्त तुरन्त राहत देने का भी निर्णय लिया.
हिमाचल प्रदेश के अतिरिक्त मुख्य सचिव आरडी धीमान ने बताया कि प्रदेश में अब तक कुल 3904 लोगों को निगरानी में रखा गया है, जिनमें से 1511 लोगों ने 28 दिन की जरूरी निगरानी अवधि को पूरा कर लिया है और स्वस्थ हैं. अब तक प्रदेश में कुल 270 लोगों की जांच की जा चुकी है. प्रदेश में 27 संदिग्धों के सैंपल लिए गए थे, जिनमें 6 पॉजिटिव और 24 निगेटिव पाए गए. एक मरीज की टांडा मेडिकल कॉलेज कांगड़ा और एक की पीजीआई चंडीगढ़ में उपचार के दौरान मौत हो चुकी है, जबकि एक व्यक्ति स्वस्थ होकर घर भेज दिया गया है.
दिल्ली निजामुदीन में तबलीगी जमात में शामिल हुए मंडी जिला के तीन लोगों को ऊना में प्रदेश की सीमा अवैध रूप से पार करते हुए पाया गया, कर्फ्यू नियमों की अवहेलना का दोषी पाते हुए पुलिस ने एफआईआर दर्ज की है.