भारतीय चित्र साधना, विश्व संवाद केंद्र हरियाणा व गुरु जम्भेश्वर विश्वविद्यालय संचार विभाग हिसार के संयुक्त तत्वाधान में 03 अक्तूबर को विश्वविद्यालय के सभागार में फिल्म एप्रिसिएशन वर्कशॉप का आयोजन किया गया. कार्यशाला में हिसार के विभिन्न शिक्षण संस्थान, फिल्म स्टूडियो, थिएटर समूह व अन्य ने भाग लिया. कार्यशाला में विश्वविद्यालय के संचार प्रबंधन एवं तकनीकी विभाग के विद्यार्थी भी उपस्थित रहे.
चित्र भारती फिल्मोत्सव – 2020 (अहमदाबाद) के निमित्त आयोजित कार्यशाला में विद्यार्थियों को फिल्म निर्माण व फिल्मोत्सव के बारे में जानकारी दी गई. कार्यशाला में मुख्य रूप से दो सत्र रहे. पहले सत्र में फिल्म निर्देशक कमलेश के. मिश्रा ने विद्यार्थियों को फिल्म निर्माण की नई तकनीकों के बारे में बताया. उन्होंने फिल्म संपादन, फिल्म लेखन व सिनेमैटोग्राफी के बारे में विस्तार से जानकारी दी. इस सत्र में कमलेश मिश्रा से विशेष बातचीत हरिओम कौशिक व विकास बेरवाल ने की.
दूसरे सत्र में भारतीय चित्र साधना के ट्रस्टी व फिल्मोत्सव के संयोजक अतुल गंगवार जी ने चित्र भारती फिल्मोत्सव के बारे में जानकारी दी. उन्होंने बताया कि विद्यार्थी लघु फिल्म, डॉक्यूमेंट्री, एनिमेशन व कैंपस फिल्म्स की श्रेणियों में अपनी रचना भेज सकते हैं. फिल्मोत्सव में भारतीय संस्कृति और मूल्य, भारतीय परिवार, सामाजिक समरसता, महिला, राष्ट्रीय सुरक्षा, शौर्य आदि विषयों पर केंद्रित फिल्में भेजी जा सकती हैं. आवेदन करने की अंतिम तिथि 30 नवंबर है.
इसी सत्र के दौरान प्रसिद्ध निर्माता-निर्देशक सुभाष घई के संबोधन (फोन के माध्यम से) ने सभागार में उपस्थित विद्यार्थियों में उत्साह भर दिया. उन्होंने कहा कि आप भी अपने आसपास के विभिन्न विषयों को चुन सकते हैं और एक अच्छे व बेहतरीन सिनेमा का निर्माण कर सकते हैं. अपने गांव अपने शहर के बारे में सोचें और उस तरह के कंटेंट पर विचार कर आपको फिल्में बनानी चाहिए. वहीं से आपको रोचक व प्रेरक विषय मिल सकते हैं और आप फिल्म निर्माण में नए प्रयोग भी कर सकते हैं. सत्र के उपरांत सभी प्रतिभागियों को फिल्म एप्रिसिएशन कार्यशाला का प्रमाण-पत्र भी दिया गया.
कार्यशाला की अध्यक्षता विश्वविद्यालय के डीन प्रोफेसर विक्रम कौशिक ने की. मंच संचालन चंद्रशेखर ने किया.