देहरादून (विसंके). देशभर में हो रहा पीके फिल्म का विरोध अब यहां भी शुरू हो गया है. सोमवार, 29 दिसंबर को बजरंग दल, विश्व हिंदू परिषद, दुर्गावाहिनी और संस्कार परिवार सेवा समिति ने आमिर खान का पुतला फूंककर फिल्म पर पाबंदी लगाने की मांग की.
बजरंग दल के सहसंयोजक विकास कुमार वर्मा ने फिल्म से जुड़े कलाकारों, निर्माता और निर्देशक के विरुद्ध कोतवाली में शिकायती पत्र प्रस्तुत किया है. बजरंग दल, विहिप और दुर्गा वाहिनी के कार्यकर्ता सोमवार को लैंसडाउन चौक पर एकत्र हुये और उन्होंने इस फिल्म के विरोध में प्रदर्शन करते हुए अभिनेता आमिर खान का पुतला फूंका. आक्रोशित कार्यकर्ताओं ने एस्लेहॉल स्थित एक सिनेमा हॉल के सामने भी प्रदर्शन किया. बजरंग दल के जिला संयोजक अमित तोमर ने कहा कि पीके जैसी फिल्में हिंदू धर्म पर आघात करने के लिये बनाई जाती है. अब इसे और बर्दाश्त नहीं किया जा सकता. अब समय आ गया है कि ऐसी फिल्मों के विरोध में सड़क पर उतरें.
बजरंग दल सहसंयोजक ने कहा कि अगर 48 घंटे के भीतर फिल्म से विवादित दृश्यों को नहीं हटाया गया तो बजरंग दल पूरे उत्तराखंड में उग्र प्रदर्शन करेगा. प्रदर्शन के बाद श्री वर्मा ने कोतवाली में फिल्म से जुड़े कलाकारों, निर्माता और निर्देशक के विरुद्ध तहरीर दी और मुकदमा दर्ज करने की मांग की. इस मौके पर विहिप के प्रांत मंत्री महेंद्र सिंह नेगी, महानगर अध्यक्ष चंद्र गुप्त विक्रम और दुर्गा वाहिनी की प्रांत सहसंयोजक रीता गोयल आदि कार्यकर्ता मौजूद रहे.
वहीं, संस्कार परिवार सेवा समिति ने टपकेश्वर मंदिर के सामने फिल्म का विरोध करते हुए अभिनेता आमिर खान और निर्देशक राजकुमार हिरानी का पुतला फूंका. महंत कृष्णा गिरी ने कहा कि हिंदू धर्म का अपमान किसी भी सूरत में बर्दाश्त नहीं किया जायेगा. इस फिल्म तत्काल पाबंदी लगनी चाहिये. समिति के अध्यक्ष आचार्य बिपिन जोशी ने कहा कि किसी को भी हिंदू धर्म के देवी-देवताओं और साधू संतों का मजाक बनाने का कोई अधिकार नहीं है. समिति ने प्रधानमंत्री, राष्ट्रपति और प्रसारण मंत्री को पत्र लिखकर फिल्म के प्रसारण पर रोक लगाने की मांग की है.