शिमला. संजौली (शिमला) में बुधवार को राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ द्वारा विजयादशमी के उपलक्ष्य में पथ संचलन एवं शस्त्र पूजन कार्यक्रम का आयोजन किया गया. कार्यक्रम में वरिष्ठ प्रचारक उत्तर क्षेत्र कार्यकारिणी सदस्य प्रेमचन्द गोयल जी मुख्य वक्ता के रूप में उपस्थित रहे.
प्रेमचंद गोयल जी ने कहा कि राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ में व्यक्ति विशेष की जय नहीं, बल्कि भारत माता की जय का गुणगान किया जाता है. सन् 1925 में विजयादशमी के दिन से संघ शुरू हुआ था और 2025 में निश्चय ही भारत विश्व गुरू बनेगा. संघ का उद्देश्य है – भारत की धरती पर रहने वाला पूर्ण हिन्दू समाज एक सुसंगठित, अनुशासित, व्यवस्थित शक्ति के रूप में खड़ा हो और दुनिया भारत को विश्व गुरू के रूप में स्वीकार करे. इस दिशा में संघ निरन्तर कार्य कर रहा है. उन्होंने कहा कि भारत एक दिन सोने का शेर बनेगा, जिसे कोई नहीं लूट सकता और न ही कोई शक्ति संघ को समाप्त कर सकती है. प्रेमचंद जी ने कहा कि 1969 में हिमाचल प्रदेश में संघ की 62 शाखाएं थीं जो आज बढ़कर 900 हो चुकी हैं. समाज में संघ नहीं है, बल्कि समाज का संघ है और आज हर व्यक्ति संघ से जुड़ना चाहता है.
राजधानी में पथ संचलन के दौरान स्वयंसेवकों में उत्साह था. इस दौरान स्थान-स्थान पर लोगों ने स्वयंसेवकों का स्वागत किया. पथ संचलन का प्रारम्भ संजौली इंजनघर से हुआ और संजौली चौक से ढली होते हुए संजौली में ही संपन्न हुआ. गणवेश में स्वयंसेवकों ने घोष ध्वनि पर कदम से कदम मिलाकर संचलन किया. पथ संचलन करते स्वयंसेवकों पर पुष्पवर्षा भी हुई.