मेरठ. राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ मेरठ महानगर में छत्रपति शिवाजी राज्याभिषेक कार्यक्रम (हिन्दू साम्राज्य दिवस) 6500 परिवारों में मनाया गया. जिसमें 27300 उपस्थिति रही. प्रातः परिवारों में छत्रपति शिवाजी महाराज के चित्र के सम्मुख दीप प्रज्ज्वलित किया गया. उनके चित्र पर माल्यार्पण करके छत्रपति शिवाजी की गौरव गाथा का पाठ किया गया. सभी ने एक-दूसरे को हिन्दू साम्राज्य दिवस की बधाई संदेश भेजे. स्वयंसेवक अपनी-अपनी शाखाओं पर ज्येष्ठ शुक्ल त्रयोदशी को उत्सव के रूप में मनाते आए हैं. परन्तु इस बार लॉकडाउन के कारण यह कार्यक्रम परिवारों में मनाने का निर्णय लिया गया.
संघ कार्यालय केशव भवन पर कार्यक्रम आयोजित किया गया. हिन्दू जागरण मंच के प्रान्त संगठन मंत्री गोपाल ने कहा कि शिवाजी महाराज का राज्याभिषेक होना यह केवल शिवाजी महाराज के विजय की बात नहीं है. अफगानिस्तान पर आक्रमण हुआ तब से शिवाजी महाराज के राज्याभिषेक के समय तक इस देश के धर्म, संस्कृति व समाज का संरक्षण कर हिन्दू राष्ट्र की सर्वांगीण उन्नति करने के जो प्रयास चले थे, वे बार-बार विफल हो रहे थे. संत समाज में एकता लाने, उनको एकत्र रखने की, उनकी श्रद्धाओं को बनाए रखने के लिये अनेक प्रकार के प्रयोग चला रहे थे. इन सारे प्रयोगों के प्रयासों की अंतिम सफल परिणति शिवाजी महाराज का राज्याभिषेक है. यह केवल शिवाजी महाराज की विजय नहीं, हिन्दू राष्ट्र की अपने शत्रुओं पर विजय है.
शिवाजी महाराज द्वारा सम्पूर्ण राष्ट्र के लिये किए गए प्रयासों की सफल परिणति है और इसलिये हम शिवाजी का साम्राज्य दिन नहीं कहते, इसे हम हिन्दू साम्राज्य दिवस कहते हैं. छत्रपति शिवाजी महाराज के जीवन का प्रत्येक अंश हमारे लिये दिग्दर्शक है. उस चरित्र की, उस नीति की, उस कुशलता की, उस उद्देश्य के पवित्रता की आज आवश्यकता है.