जम्मू (विसंकें). देवर्षि नारद जयंती के उपलक्ष्य में आयोजित कार्यक्रम में राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के अखिल भारतीय प्रचार प्रमुख अरुण कुमार ने कहा कि समाज आत्म विस्मृति से जूझ रहा है और वर्तमान समय में आवश्यकता है कि आदर्शों पर आधारित पत्रकारिता की ओर बढ़ें, जिससे लोक कल्याण एवं सत्य का अनुसंधान किया जा सके. उन्होंने कहा कि आत्म विस्मृति होती है तो आत्म हीनता आ जाती है, आत्म निंदा की भावना आ जाती है और यह सबसे बड़ा पाप है. भारत का जो मूल विचार है, वह वसुधैव कुटुम्बकम पर आधारित है. भारत का विचार किसी पर जबरदस्ती अपनी संस्कृति थोपने का नहीं है, बल्कि सबका कल्याण ही इसका अंतिम उदेश्य है. आज अवधारणा बनाने का काम मीडिया का है और उसके पास बहुत बड़ी जिम्मेदारी है. भारत को दुनिया का मार्गदर्शन करने वाला बनाना है और इसके लिए आदर्श खड़े करने होंगे. नारद पत्रकारिता के आदर्श हैं, सत्य का अनुसंधान करने वाले हैं और आज भी ऐसे लोगों की आवश्कता है जो सत्य की अवधारणा के साथ काम करें.
कार्यक्रम के अध्यक्ष पूर्व आईएएस अधिकारी के.बी जंडियाल ने कहा कि देशहित के लिए मीडिया को अध्यन के साथ सत्य पर आधारित पत्रकारिता करनी चाहिए. आज देश को तोड़ने की बातें हो रही हैं, जबकि जोड़ने के प्रयास कम हैं. मीडिया की जिम्मेदारी है कि वह सत्य के साथ देश कल्याण की पत्रकारिता करे.
त्रिकुटा संवाद केंद्र द्वारा आयोजित सम्मान समारोह में वरिष्ठ पत्रकार अश्वनी कुमार, सुरेंदर शर्मा, राज बिलोरिआ, महिला पत्रकार निर्मल विक्रम, युवा पत्रकार निधि शर्मा एवं छायाकार, राकेश बक्शी को सम्मानित किया गया. कार्यक्रम में गणमान्य नागरिकों का स्वागत त्रिकुटा संवाद केंद्र जम्मू-कश्मीर के अध्यक्ष डॉ. सत्य देव ने किया, जबकि धन्यवाद पत्रकार उदय भास्कर ने किया.