शिमला (विसंकें). विश्व हिन्दू परिषद् ने जम्मू कश्मीर में बाबा अमरनाथ की यात्रा पर गए श्रद्धालुओं पर हमले के विरोध में मंगलवार को प्रदेश भर में विरोध प्रदर्शन किया तथा राष्ट्रपति को घटना के संदर्भ में जिलाधीश/एस.डी.एम. के माध्यम से ज्ञापन प्रेषित किया. शिमला में भी जिलाधीश शिमला के माध्यम से राष्ट्रपति को ज्ञापन भेजा.
ज्ञापन के माध्यम से विहिप ने आतंकियों तथा आतंक का समर्थन करने वालों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई करने की मांग की, साथ ही अमरनाथ यात्रा पर श्रद्धालुओं की पूर्ण सुरक्षा सुनिश्चित की जाए. इसके अलावा सुरक्षा का पूर्ण दायित्व भारतीय सेना को दिया जाए. बजरंग दल प्रांत संयोजक राजेश शर्मा ने कहा कि देश में आतंक को किसी भी स्थिीति में स्वीकार नहीं किया जा सकता. जम्मू कश्मीर में आतंक की समाप्ति क लिये सेना को खुली छूट दी जानी चाहिए, तथा जो लोग आतंकवादियों का समर्थन करते हैं, उनके साथ भी आतंकियों जैसा बर्ताव किया जाना चाहिए. जम्मू कश्मीर में आतंकी घटनाएं लगातार बढ़ती जा रही हैं, जिसमें कभी सेना के जवानों, कभी हिन्दुओं को निशाना बनाया जाता है, तथा अब अमरनाथ की पवित्र यात्रा करने वाले श्रद्धालुओं को निशाना बनाया जा रहा है, जिसमें माता, बहनों व मासूम बच्चों को भी नहीं छोड़ा जा रहा. अपने ही देश में धार्मिक यात्राओं पर इस तरह के हमले किसी भी कीमत में स्वीकार नहीं किए जा सकते.
जब भी सुरक्षा बल इनके विरूद्ध कोई कार्रवाई करते हैं तो कुछ मानवाधिकार संगठन इन अमानवीयों के समर्थन में सेना के विरुद्ध खड़े हो जाते हैं, जिससे सेना का मनोबल टूटता है. इस कारण आतंकियों का मनोबल बढ़ता है, उसी कारण आज कश्मीर हिन्दू विहिन हो गया है. अगर इसी प्रकार से आंतकी हमले होते रहे, तो आगामी समय में अमरनाथ यात्रा व बूढ़ा अमरनाथ यात्रा पर भी इसका प्रभाव पड़ेगा.