जोधपुर (विसंकें). राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ जोधपुर के प्रान्त प्रचारक मुरलीधर जी ने कहा कि स्व. सोहन सिंह जी का हृदय स्वयं के लिए कठोर और कार्यकर्त्ता के लिए निर्मल रहता था. अपनी कठोर दिनचर्या से प्रत्येक स्वयंसेवक के लिए वे एक आदर्श थे, स्वयंसेवक के लिए प्रेरणा पुंज थे. व्यवस्था एवं स्वच्छता के प्रति वे अत्यंत संवेदनशील थे. जहां कुछ कमी लगती वे स्वयं उस काम को करने लग जाते थे. जोधपुर महानगर में आयोजित श्रद्धांजलि सभा को संबोधित करते हुए उनके संस्मरण सुनाकर श्रद्धासुमन अर्पित कर रहे थे.
विभाग संघचालक सत्यपाल जी ने कहा कि कार्यक्रम के प्रत्येक भाग की चिंता और व्यवस्था करते थे. प. पू. श्री गुरूजी ने स्वयंसेवक के जो गुण बताये, वो सभी मा. सोहन सिंह जी के जीवन में थे. संघ के एक-एक कार्यकर्ता को उन्होंने गढ़ा था, एक एक स्वयंसेवक को नियोजित कर काम में लगाया था. वे कहा करते थे कि अपने आप से प्रश्न पूछें कि संघ की प्रार्थना तो नित्य होती है ? भारत माता की जय तो होती है? उन्होंने प्रत्येक कार्यकर्ता के गुणों को पहचान कर उसके अनुसार कार्य में लगाया था.
महानगर संघ चालक खूबचन्द जी ने कहा कि श्रद्धेय सोहन सिंह जी प्रवास करते समय परिवार के प्रत्येक सदस्य से वार्तालाप कर जीवन्त सम्पर्क बना लेते थे. स्वयं को चाहे कितना भी कष्ट हो कभी भी किसी से नहीं कहते थे. श्रद्धांजलि सभा गणगौर पार्क हल्दी घाटी, संघ स्थान में सायं ६.३० बजे रखी गयी थी. सभा में प्रान्त समरसता प्रमुख शांति प्रसाद जी ने दिवंगत सोहन सिंह जी का जीवन वृत्त बताया. प्रातः काल ब्रह्ममूर्त से भी पहले उठ जाते और प्रवास रचना के पत्र तैयार करते थे. सभा के अंत में स्वयंसेवकों ने श्रद्धेय सोहन सिंह को पुष्पांजलि अर्पित की. श्रद्धांजलि सभा में प्रान्त संघचालक ललित जी शर्मा, राज्य सभा सांसद नारायण पंचारिया सहित अन्य गणमान्यजन उपस्थित थे.