अहमदाबाद. गुजरात में वापी के ग्रंथ ठक्कर ने वर्ल्ड मेंटल अर्थमैटिक चैंपियनशिप जीतकर भारत का नाम गणित के क्षेत्र में दुनिया में रोशन कर दिया है. हैरानी की बात तो यह है कि अभी ग्रंथ ठक्कर अभी 13 साल के ही हैं और उन्होंने गणित के क्षेत्र में इतना बड़ा मुकाम हासिल किया है. भारतीय गणित के क्षेत्र में महारथ हासिल लोग ग्रंथ की काबिलियत की तारीफ करते नहीं थक रहे हैं.
3 साल के ग्रंथ ने जर्मनी के ड्रेसडेन सिटी में आयोजित छठी वर्ल्ड चैंपियनशिप इन मेंटल अर्थमेटिक पर कब्जा किया है. ग्रंथ की इस प्रतिभा को देखकर प्रतियोगिता के जजों ने भी हैरानी जताते हुए तारीफ की है.
ग्रंथ ने बिना कोई गलती किये बेहद कम वक्त के भीतर ही गणितीय प्रश्नों को हल करके सभी को चौंकया है. आपको बता दें कि इस प्रतियोगिता में जोड़-घटाने के लिये कैलकुलेटर भी इस्तेमाल नहीं करना था.
रफ कार्य करने के लिये पेपर औऱ पेंसिल भी सीमित मात्रा में थे. यह प्रतियोगिता हर दो साल में आयोजित की जाती है. इसमें 18 देशों के चालीस प्रतिभागी भाग लेते हैं.