नई दिल्ली. कोविड महामारी के खिलाफ घर्ष में रेल मंत्रालय यथासंभव और तत्परता से सहयोग कर रहा है और कदम उठा रहा है. इसमें राज्यों की मांग पर कोविड देखभाल डिब्बों को एक स्थान से दूसरे स्थान पर उपलब्ध करने से लेकर मानव संसाधन और सामानों के एक स्थान से दूसरे स्थान पर सुगम आवाजही शामिल है. भारतीय रेलवे ने अब तक 4400 रेल डिब्बों को आइसोलेशन कोच में तब्दील किया है, जिसमें लगभग 70,000 बिस्तर तैयार किए गए हैं. यह आइसोलेशन कोच राज्यों की मांग पर भारतीय रेलवे के नेटवर्क पर एक स्थान से दूसरे स्थान पर आसानी से ले जाए जा सकते हैं. संबंधित जिला प्राधिकरण और रेलवे के बीच त्वरित समझौता ज्ञापनों पर काम किया जा रहा है, जिसमें साझा दायित्व और कार्य योजना शामिल है.
नागालैंड और गुजरात ने भी भारतीय रेलवे से आइसोलेशन डिब्बों की मांग की और रेलवे ने इस पर तत्काल कदम उठाते हुए गुजरात के साबरमती और चंडलोडिया तथा नागालैंड के दीमापुर में रेल डिब्बे तैनात कर दिए. रेलवे कोविड-19 दिशा निर्देशों के पालन के साथ-साथ सेवा पर तैनात राज्यों के चिकित्सा कर्मियों को बेहतर कार्य अनुभव और सहूलियतें उपलब्ध कराने के लिए भी प्रतिबद्ध है. कुछ स्थानों पर रेलवे अधिकारी नए प्रकार के लॉजिस्टिकल सॉल्यूशंस उपलब्ध करा रहे हैं, जिसमें मरीजों को बिना किसी बाधा के कोविड-19 डिब्बों तक पहुंचाने के लिए रैंप और आइसोलेशन कोच के आसपास के प्लेटफार्म क्षेत्र को अलग से आरक्षित करना शामिल है ताकि चिकित्सा कर्मियों की आवाजाही सुगम रहे और चिकित्सा संबंधी सामानों को भी आसानी से लाया ले जाया जा सके. आइसोलेशन डिब्बों के आसपास शिविर भी लगाए गए हैं. यहां यह उल्लेखनीय है कि रेल कर्मियों ने रैंप्स उपलब्ध कराने के लिए युद्ध स्तर पर काम किया.
अब तक विभिन्न राज्यों की मांग पर कुल 232 आइसोलेशन कोच उपलब्ध कराए गए हैं, जिनकी कुल क्षमता 4000 बिस्तरों से अधिक है. हाल ही में गुजरात राज्य सरकार की मांग पर रेलवे ने अहमदाबाद नगर निगम के साथ समझौता ज्ञापन के अंतर्गत साबरमती में 10 और चंडलोडिया में 6 कोविड देखभाल डिब्बों को उपलब्ध कराया. नागालैंड राज्य सरकार की मांग पर रेलवे ने दीमापुर में 10 आइसोलेशन कोच तैनात किए हैं. इसके अलावा जबलपुर में उपलब्ध कराए गए आइसोलेशन कोच ने सेवाएं देनी शुरू कर दी हैं. पालघर जिला प्रशासन के साथ नियम एवं शर्तों के समझौतों के अनुरूप पालघर में भी 21 कोविड देखभाल कोच की सेवाएं शुरू हो गई हैं. मरीजों के लिए आपात स्थिति में उपयोग हेतु ऑक्सीजन सिलेंडर के दो सेट भी उपलब्ध कराए गए हैं.
दिल्ली, उत्तर प्रदेश, मध्य प्रदेश और महाराष्ट्र में तैनात किए गए कोविड-19 डिब्बों की ताजा स्थिति इस प्रकार है –
महाराष्ट्र के नंदुरबार में बीते कुछ दिनों के दौरान 14 नए मरीजों को भर्ती किया गया, जबकि अब तक 13 मरीजों को छुट्टी दी गई. वर्तमान समय में इस कोविड देखभाल सुविधा का 26 मरीज लाभ प्राप्त कर रहे हैं. अब तक कुल 104 मरीजों को भर्ती किया गया, जिनमें से राज्य स्वास्थ्य अधिकारियों द्वारा 78 मरीजों को छुट्टी दी गई. रेलवे ने अजनी, इनलैंड कंटेनर डीपो में भी 11 कोच तैनात किए हैं जिनमें से 1 कोच चिकित्सा कर्मियों और चिकित्सा आपूर्ति के लिए आरक्षित है. इस सुविधा को नागपुर नगर निगम को सौंप दिया गया है. यहाँ अब तक 6 मरीज भर्ती हुए और 4 को छुट्टी दी गई.
मध्य प्रदेश सरकार की मांग के क्रम में पश्चिमी रेलवे की रतलाम डिवीजन ने इंदौर के करीब तीही में 22 कोविड देखभाल डिब्बे उपलब्ध कराएं हैं, जिनकी कुल क्षमता 320 बिस्तरों की है. यहां अब तक 19 मरीजों को भर्ती किया गया और एक मरीज को छुट्टी दी गई. भोपाल में 20 देखभाल कोच उपलब्ध कराए गए, जहां 302 मरीजों को आइसोलेशन में रखा जा सकता है. यहाँ अब तक 28 संक्रमितों को दाखिल किया गया और 12 मरीजों को उपचार के बाद छुट्टी दे दी गई. यहां 273 बिस्तर अभी भी उपलब्ध हैं.
दिल्ली में भारतीय रेलवे ने राज्य सरकार की कुल 75 कोविड देखभाल डिब्बों की मांग पूरी की, जिनकी कुल क्षमता 1200 बिस्तरों की है. इनमें से 50 रेल डिब्बे शकूरबस्ती में, जबकि 25 डिब्बे आनंद विहार रेलवे स्टेशन पर तैनात किए गए हैं. दिल्ली कोविड देखभाल रेल कोचों में अब तक कुल 5 मरीज भर्ती हुए, जिनमें से 4 को छुट्टी दी जा चुकी है. दिल्ली में इन देखभाल डिब्बों में 1199 बिस्तर इस समय उपलब्ध हैं.
कोविड देखभाल रेल डिब्बों में कुल 162 लोगों को भर्ती किया गया, जिनमें से 96 लोगों को छुट्टी दी गई. वर्तमान समय में 66 मरीज इस सुविधा का लाभ प्राप्त कर रहे हैं. जबकि इन स्थानों पर 3600 बिस्तर उपयोग के लिए उपलब्ध हैं.
उत्तर प्रदेश राज्य सरकार से अब तक कोविड देखभाल डिब्बों की मांग नहीं आई थी, इसके बावजूद रेलवे ने फैजाबाद, भदोही, वाराणसी, बरेली और नजीबाबाद में प्रत्येक स्थान पर 10-10 डिब्बे पहले से ही उपलब्ध करा दिये हैं. इन 50 कोविड देखभाल डिब्बों की कुल क्षमता 800 बिस्तरों की है.