शिमला. स्वतंत्रता के अमृत महोत्सव के उपलक्ष्य में पतंजलि योगपीठ, हरिद्वार एवं क्रीड़ा भारती तथा अन्य सहयोगी संस्थाओं के संयुक्त तत्वाधान में 75 करोड़ सूर्य नमस्कार करने का संकल्प किया गया था. इसी कड़ी में हिमाचल प्रांत में भी 1 करोड़ सूर्यनमस्कार करने का संकल्प किया गया था. इस संकल्प को पूरा करने के लिए “सूर्य नमस्कार महायज्ञ आयोजन समिति-हिमाचल प्रदेश” का गठन किया गया था. सूर्य नमस्कार महायज्ञ आयोजन समिति-हिमाचल प्रदेश के नेतृत्व में हिमाचल में समाज के सभी योग, सामाजिक, शैक्षणिक, धार्मिक, विद्यार्थी, महिला, सेवा, राजनीति, किसान मजदूर आदि संगठन एवं संस्थान तथा व्यक्तिगत रूप से भी हिमाचल की प्रबुद्ध जनता – जिसमें बालक-बालिका, महिला- पुरुष, बुजुर्गों ने इस महायज्ञ में बढ़-चढ़कर भाग लिया.
हिमाचल के भिन्न- भिन्न सगठनों में प्रमुख रूप से योग भारती हिमाचल, पतंजलि योग पीठ, आर्ट ऑफ लिविंग, हिमाचल योग एसोसिएशन, विद्या भारती, ABVP, अखिल भारतीय शिक्षण मण्डल, अखिल भारतीय शिक्षक महासंघ, संस्कृत भारती, शिक्षा संस्कृति उत्थान न्यास, भारतीय किसान संघ, भारतीय मजदूर संघ, सीटू, स्वदेशी जागरण मंच, सहकार भारती, वनवासी कल्याण आश्रम, विश्व हिन्दू परिषद, क्रीडा भारती, राष्ट्र सेविका समिति, सेवा भारती, आरोग्य भारती, सक्षम, संस्कार भारती, इतिहास संकलन समिति, अधिवक्ता परिषद, सीमा जागरण मंच, हिन्दू जागरण मंच, साहित्य परिषद, प्रज्ञा प्रवाह, विज्ञान भारती, लघु उद्योग भारती, भारत विकास परिषद, अखिल भारतीय ग्राहक परिषद, राधा स्वामी, संत निरंकारी संस्था, नेशनल मेडिकल ऑर्गनाईजेशन तथा राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ आदि संस्थाओं के लोगों ने सूर्यनमस्कार महायज्ञ में पंजीकरण कर महायज्ञ में भी प्रमुख रूप से भाग लिया.
कार्यक्रम के निमित्त मकर सक्रांति से लेकर रथसप्तमी तक अर्थात् 13 जनवरी से 7 फरवरी 2022 तक पूरे भारत वर्ष में 75 करोड़ सूर्य नमस्कार करने की योजना बनी थी. इसी योजना के निमित्त हिमाचल प्रदेश में भी 31 जनवरी से लेकर 7 फरवरी 2022 सूर्य सप्तमी तक 8 दिनों में 1 करोड़ सूर्य नमस्कार के संकल्प को पूर्ण करने का संकल्प लिया गया था. जिसमें हिमाचल के सभी जिला से लोगों ने पंजीकरण किया. इस महायज्ञ के लिए 59,937 बालक-बालिका एवं बंधु- भगिनियों ने अपना पंजीकरण किया था, लेकिन महायज्ञ में 99057 लोगों ने सहभाग किया. जिसमें 21759 बालक, 17120 बालिका, 21905 महिला तथा 38273 पुरुषों ने पूरे हिमाचल में सहभागिता की.
न्यूनतम 13 सूर्य नमस्कार प्रतिदिन करने का आग्रह सबसे किया था और अधिकतम अपने सामर्थ्य के अनुसार करने का संकल्प देवभूमि हिमाचल के योग साधकों ने लिया था. जो खड़े होकर सूर्य नमस्कार करने में असमर्थ हैं, उनके लिए कुर्सी वाला सूर्य नमस्कार करने का भी आग्रह किया था. जिसमें 99057 लोगों द्वारा 1,33,01763 सूर्य नमस्कार किए गए. देवभूमि हिमाचल के योग साधकों द्वारा बड़ा रिकॉर्ड स्थापित किया गया.