भुवनेश्वर. स्वाधीनता के अमृत महोत्सव के निमित्त आयोजित कार्यक्रम में मुख्य अतिथि राज्यपाल प्रोफेसर गणेशी लाल ने कहा कि स्वाधीनता एक व्यापक अर्थ वाला शब्द है. उन्होंने देशवासियों को स्वतंत्रता के अमृत महोत्सव पर शुभकामना देते हुए कहा कि आज हम स्वतंत्र देश में अपनी सरकार चला रहे हैं, यह कोई छोटी उपलब्धि नहीं है. देश की स्वतंत्रता के लिए समाज के सभी वर्गों ने अपना योगदान दिया है. स्वतंत्रता यानि आजादी स्वयं प्रेरित, प्रजा केंद्रित होनी चाहिए. जिस तरह 1942 में भारत छोड़ो का नारा बुलंद हुआ था, आज हमें भारत जोड़ो अभियान चलाना चाहिए.
मुख्य वक्ता राम माधव जी ने कहा कि भारतवर्ष में विगत 75 वर्षों के अंतराल में लोकतंत्र मजबूत हुआ है. विश्व के जो देश भारत में लोकतंत्र को लेकर संदेह जताते थे, आज उन तथाकथित लोकतांत्रिक देशों से बेहतर लोकतंत्र भारत में दिखाई पड़ता है. आज देश में बदलाव आ रहा है. भारत में लोकतंत्र तो सुरक्षित है, लेकिन लोकतंत्र के लिए खतरा बनते जा रहे आतंकवादी खुद को असुरक्षित महसूस करते हैं. उन्होंने इस बदली हुई परिस्थिति के लिए देश की सरकार का धन्यवाद करते हुए कहा कि स्वतंत्र भारत में देश के उत्थान हेतु कार्य करने वाली सभी सरकारों का योगदान रहा है और वर्तमान सरकार इस दिशा में सही मार्ग पर चल रही है. कभी देश में आए दिन आतंकवादी घटनाएं होती थीं, आतंकवादियों के हौसले बुलंद हुआ करते थे. मगर आज परिस्थिति बदल गई है. उन्होंने कहा कि भारत की स्वतंत्रता सभी वर्ग के प्रयासों का फल है और सभी को मिलकर इस स्वतंत्रता की रक्षा करनी होगी. उन्होंने कहा कि 75 साल का कालखंड किसी राष्ट्र के लिए बहुत बड़ा कालखंड नहीं माना जाता है, फिर भी इन 75 वर्षों में हमारी उपलब्धि यह है कि हमने देश की स्वतंत्रता को संभाल कर रखा है और लोकतंत्र को मजबूत बनाया है. कार्यक्रम अध्यक्ष प्रोफ़ेसर हरिहर पंडा ने की और रबी नारायण पंडा ने स्वागत भाषण दिया और अतिथियों का परिचय कराया.