पूर्णिया, बिहार. अराजक तत्वों ने बिहार के पूर्णिया में छठ घाट पर खूब तांडव मचाया. इन तत्वों ने छठ घाट को पूरी तरह तहत- नहस कर दिया. बिहार में इससे पहले कभी भी छठ घाट और छठ व्रतियों को नुकसान पहुंचाने की घटना नहीं हुई थी. घटना के बाद से लोगों में आक्रोश है.
सोशल मीडिया पर वायरल हो रही तस्वीरों और वीडियो में साफ देखा जा सकता है कि कट्टरपंथियों के मन में हिन्दुओं और उनके त्यौहारों के प्रति कितनी घृणा है. उन्होंने घाट पर लगाए केले के थंब, फूल पत्ती से की गई सजावट को कुछ ही समय में तोड़फोड़ दिया. पूजा सामग्री को भी फेंक दिया और घाट को पूरी तरह से बर्बाद कर दिया.
घटना बायसी थाना क्षेत्र के हरिणतोड़ पंचायत के माला गांव की बताई जा रही है. जानकारी साझा करते हुए छठ व्रतियों ने कहा कि वे लोग संध्या अर्घ्य के बाद अपने घर लौट रहे थे. उसी बीच रास्ते में मौजूद सांप्रदायिक सद्भाव को बिगाड़ने में जुटे कुछ शरारती तत्वों ने छठ घाट पर हमला बोल दिया.
हालांकि, इसमें व्रतियों को कोई नुकसान नहीं पहुंचा है. लेकिन सुबह अर्घ्य देने के लिए उनके खड़े होने की जगह भी नहीं बची. पूरे घाट को बर्बाद कर दिया गया. सूचना मिलने के बाद तुरंत घटनास्थल पर पहुंचे जिलाधिकारी, एसपी और डीसीएलआर घटना की जांच में जुटे हैं. पुलिस मौके पर पहुंच कर कैंप कर रही है.
मौके पर मौजूद बायसी अनुमंडल के डिप्टी कलेक्टर और डीएम के अलावा एसपी ने लोगों को समझाया. दूसरी ओर छठ व्रतियों में आक्रोश है. निर्जला उपवास करने वाले श्रद्धालु छठ घाट की हालत देखकर रोने लगे.
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पूर्णिया पुलिस ने एक्स प्लेटफॉर्म पर पोस्ट में कहा – कल दिनांक 07.11.2024 को बायसी थानान्तर्गत माला गांव में छठ घाट को नुकसान पहुंचाने वाले असमाजिक तत्त्वों को चिन्हित कर गिरफ्तार कर लिया गया है तथा घाट पर शांतिपूर्ण तरीके से छठ पर्व मनाया जा रहा है.
पिछले कुछ समय में कट्टरपंथियों ने देश के अलग-अलग हिस्सों में हिन्दुओं और उनके देवी-देवताओं को निशाना बनाया है. कट्टरपंथियों ने कहीं दुर्गा पंडाल पर पथराव किया तो कहीं मूर्ति विसर्जन के जुलूस पर, कहीं जुलूस के रास्तों को लेकर विवाद किया. उत्तर प्रदेश से लेकर पश्चिम बंगाल और असम तक पथराव और हिंसा हुई है. हिन्दुओं की आस्था को ठेस पहुंचाया. यही नहीं कट्टरपंथियों ने देवी की मूर्तियों के विसर्जन स्थल पर पहुंचकर पथराव किया.