वर्ष 1984 में प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी की हत्या के पश्चात सिक्ख विरोधी दंगों में निर्दोष सिक्खों की निर्मम हत्या की गई थी. सिक्खों के घर को लूट लिया गया था. लेकिन, पीड़ितों को न्याय नहीं मिल सका था. 1984 के दंगों के दौरान उत्तर प्रदेश के कानपुर जनपद में 127 सिक्खों की हत्या कर दी गई थी.
वर्ष 2017 में उत्तर प्रदेश में भाजपा की सरकार बनने के बाद दंगों की जांच के लिए और पीड़ितों को न्याय दिलवाने के लिए एसआईटी का गठन किया गया. एसआईटी ने दंगों की परत खंगालनी शुरू की तो दंगे के नए अभियुक्त सामने आये. जिसके बाद कुछ दिन पहले ही सिक्ख दंगों के चार अभियुक्तों को गिरफ्तार किया गया था. मंगलवार को एसआईटी ने दो और अभियुक्तों को गिरफ्तार किया है. एसआईटी की जांच में दंगों के पुराने पाप उभर कर सामने आ रहे हैं. सिक्ख विरोधी दंगे सिर्फ इस बात पर हुए था कि इंदिरा गांधी की हत्या का अभियुक्त सिक्ख था. इंदिरा गांधी की हत्या के बाद देशभर में सिक्ख परिवारों को निशाना बनाया गया था.
एसआईटी 60 से अधिक अभियुक्तों की पहचान कर चुकी है. सोमवार को अमर सिंह और मोबीन शाह को गिरफ्तार किया गया. इसके कुछ दिन पूर्व एसआईटी ने दंगे के अभियुक्त सफीउल्लाह, विजय नारायण, बब्बन बाबा और अब्दुल रहमान को गिरफ्तार किया था.
ऐसा कहा जाता है कि इंदिरा गांधी की हत्या के बाद हुए दंगे को कांग्रेसियों ने पीछे से हवा दी थी. सिक्ख विरोधी दंगों के बाद 19 नवंबर, 1984 को एक सभा को संबोधित करते हुए राजीव गांधी ने कहा था – “जब इंदिरा जी की हत्या हुई थी, तब हमारे देश में कुछ दंगे – फसाद हुए थे. हमें मालूम है कि भारत की जनता क्रोधित हो उठी थी. कुछ दिन के लिए लोगों को ऐसा महसूस हुआ था कि भारत हिल रहा है. जब कोई बड़ा पेड़ गिरता है तो धरती थोड़ी हिलती है.”
कड़वा सत्य है कि देश के निर्दोष सिक्ख परिवारों को दंगों का शिकार होना पड़ा था. सन् 1984 के दंगे, कांग्रेस पार्टी के लिए दाग की तरह हैं, जिससे वह कभी मुक्त नहीं हो पाई. राजीव गांधी के करीबी जगदीश टाइटलर और सज्जन कुमार सन 84 के दंगे के आरोपी बनाये गए. दिल्ली हाईकोर्ट की डबल बेंच ने सज्जन कुमार को दंगे का दोषी माना और आजीवन कारावास की सजा सुनाई. सज्जन कुमार को दिल्ली के कैंट इलाके में आपराधिक षड्यंत्र रचने और दंगा भड़काने का दोषी माना गया. कांग्रेस नेता जगदीश टाइटलर पर भी दंगा भड़काने के आरोप लगे. उन पर गुरुद्वारा के सामने 3 सिक्खों की हत्या करने का आरोप लगा था.