नई दिल्ली. कोरोना महामारी के कारण कंपनियां चीन का साथ छोड़ रही हैं, वहीं भारत-चीन तनाव के बीच ताइवान की कंपनी फॉक्सकॉन (Foxconn) से जुड़ी (Apple shifting its production out from china) एक ओर बड़ी खबर आ रही है. कंपनी चैन्नई के पेरुंबदूर में स्थित उत्पादन यूनिट के विस्तार की तैयारी कर रही है. इसके लिए कंपनी लगभग एक अरब डॉलर यानि 7500 करोड़ रुपये खर्च करने की योजना बना रही है. ताइवान की कॉंट्रेक्ट मेन्युफैक्चरर कंपनी फॉक्सकॉन (Foxconn) एप्पल के आईफोन असेंबल करती है.
कपंनी के कदम के बाद माना जा रहा है कि एप्पल अपना प्रोडक्शन चीन से शिफ्ट करने का विचार कर रहा है, क्योंकि कोरोना संकट की वजह से पहले ही बीजिंग और वॉशिंगटन के बीच ट्रेड वॉर छिड़ा हुआ है. एक सूत्र ने न्यूज एजेंसी को बताया कि एप्पल की तरफ से इसके क्लाइंट्स से रिक्वेस्ट की गई है कि वह अपना प्रोडक्शन चीन से बाहर कहीं शिफ्ट करें और उसका असर देखने को भी मिल रहा है.
3 सालों में होगा ये निवेश
मीडिया रिपोर्टस के अनुसार फॉक्सकॉन ने श्रीपेरुंबदूर प्लांट में निवेश करने की योजना बनाई है, जहां पर आईफोन का एक्सआर मॉडल बना है. ये निवेश 3 सालों के अंदर होगा. फॉक्सकॉन द्वारा एप्पल के अन्य मॉडल चीन में बनाए जाते थे, उन्हें भी अब भारत के प्लांट में ही बनाया जाएगा. ताइवान के ताइपेई में फॉक्सकॉन का मुख्यालय है और कंपनी के विस्तार से श्रीपेरुंबदूर प्लांट में करीब 6000 नौकरियां निकलेंगी. कंपनी का आंध्र प्रदेश में भी एक प्लांट है, जिसमें कंपनी चीन की शाओमी कंपनी के लिए स्मार्टफोन बनाती है.
फॉक्सकॉन के चेयरमैन लिऊ योंग वे ने पिछले ही महीने कहा था कि कंपनी भारत में अपना निवेश बढ़ाएगी, लेकिन कोई विस्तृत जानकारी नहीं दी थी. भारत में स्मार्टफोन की कुल सेल का 1 फीसदी हिस्सा एप्पल के पास है, जो दुनिया की दूसरी सबसे बड़ी स्मार्टफोन बनाने वाली कंपनी है. एप्पल कंपनी अपने कुछ मॉडल बेंगलुरु में स्थित ताइवान की कंपनी विस्ट्रॉन कॉर्प से भी असेंबल करवाती है. ये कंपनी अपना एक और नया प्लांट शुरू करने वाली है, जिसमें यह कुछ और एप्पल मोबाइल फोन बनाएगी.