अयोध्या. 22 जनवरी, 2024 को वह अद्भुत क्षण होगा, जिसका 500 वर्षों से इंतजार था. इसलिए आयोजन भी दिव्य व भव्य होगा. इसके लिए उत्तर प्रदेश संस्कृति विभाग ने भी तैयारी पूर्ण कर ली है. संस्कृति विभाग द्वारा तैयार 100 मंचों पर 2500 लोक कलाकार सांस्कृतिक यात्रा के सारथी बनेंगे और नृत्य-गायन-वादन की अनेक विधाओं के जरिए कलियुग की अयोध्या में त्रेतायुग सा दीदार कराएंगे.
रामनगरी में 22 जनवरी को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की गरिमामयी उपस्थिति में प्रभु श्रीरामलला अपने दिव्य-भव्य मंदिर में विराजमान होंगे. प्रधानमंत्री के आगमन पर उनका भव्य स्वागत होगा. यहां 100 मंचों पर 2500 कलाकार भव्य सांस्कृतिक शोभायात्रा के सारथी बनेंगे. 21 जनवरी को इसका पूर्वाभ्यास भी किया गया. 100 स्थानों पर कलाकार प्रस्तुति से भारतीय संस्कृति की बिखरेंगे.
इनमें एयरपोर्ट के गेट नंबर-3 के सामने, गुरुदेव पैलेस के सामने, दिशा कोचिंग के सामने, जीवन साथी मैरिज लॉन, साकेत पुरी मोड़, महोबरा ब्रिज से पहले और बाद, महेश योगी रामायण के सामने, सूर्या पैलेस होटल, मल्टीलेवल पार्किंग जानकी रसोई, साकेत पेट्रोल पंप, धर्मपथ से लता चौक की तरफ, लता चौक से श्रीराम पथ की तरफ, राम जन्मभूमि गेट नंबर-एक के सामने, अरुंधति कॉम्पलेक्स से एलईडी वॉल के बगल में टेढ़ी बाजार चौराहे तक, साकेत डिग्री कॉलेज के गेट नंबर-1 के सामने, सर्किट हाउस गेट के बगल में, रामपथ प्रारंभ, पराग डेयरी, श्रीराम मंदिर गेट से लता चौक की तरफ, होटल राजा राम पैलेस सहित 100 मंचों पर कार्यक्रम होगा. रामनगरी में सिर्फ अवध ही नहीं, बल्कि पूरा उत्तर प्रदेश नजर आएगा.