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अयोध्या – पर्यटकों की सुविधा के लिए डिजिटल टूरिस्ट मैप, विभिन्न भाषाओं में मिलेगी जानकारी

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अयोध्या. प्रभु श्री रामलला के प्राण प्रतिष्ठा समारोह की तैयारियों को लेकर व्यवस्थाएं दुरुस्त की जा रही हैं. समारोह को लेकर श्रीराम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र अपने स्तर पर कुछ व्यवस्थाएं कर रहा है, वहीं प्रशासन व प्रदेश सरकार भी गणमान्य अतिथियों के आगमन को देखते हुए तैयारियों में जुटा हुआ है. मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ स्वयं अयोध्या जाकर मंदिर निर्माण कार्यों से लेकर तैयारियों को देख चुके हैं.

अयोध्या में आने वाले श्रद्धालुओं की सुविधा के लिए भी व्यवस्थाएं जी जा रही हैं. इसी क्रम में अयोध्या का एक डिजिटल टूरिस्ट मैप विकसित किया जाएगा, जिसमें अयोध्या में स्थित सभी आधारभूत सुविधाओं एवं प्रमुख स्थलों की जानकारी सभी भारतीय भाषाओं एवं भगवान श्रीराम से जुड़ने वाले प्रमुख देशों की भाषाओं व संयुक्त राष्ट्र की भाषाओं में होगी. विभिन्न पार्किंग स्थलों से श्रद्वालुओं को अयोध्या भ्रमण के लिए इलेक्ट्रिक बसों की व्यवस्था की जा रही है.

राम पथ, भक्ति पथ, जन्मभूमि पथ, धर्म पथ

श्रीराम जन्मभूमि मंदिर में प्राण-प्रतिष्ठा के भव्य आयोजन से पहले प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी अयोध्या आने वाले हैं. इस दौरान हजारों करोड़ की परियोजनाओं को जनता को समर्पित करेंगे. राम पथ, भक्ति पथ, जन्मभूमि पथ एवं धर्म पथ तथा अयोध्या एयरपोर्ट से बाईपास से नयाघाट जोड़ने वाले मार्ग से संबंधित कार्यों को गुणवत्ता के साथ जल्द पूरा किया जा रहा है. उनके फुटपाथ, श्रद्वालुओं के चलने के लिए हो तथा मुख्य कैरेज वे पर वाहन चले तथा जहां-जहां पर पर्याप्त चौड़ाई है, उन स्थानों पर बैठने की व्यवस्था व अन्य जन सुविधाएं विकसित की जाएं.

अयोध्या में तीर्थ क्षेत्र की ओर से श्रद्धालुओं के ठहराने की व्यवस्था से अलग धर्मशाला एवं होटल आदि में भी यात्रियों को निर्धारित दर पर रहने की व्यवस्था की जा रही है. 22 जनवरी को वही लोग अयोध्या में आ सकेंगे, जिनके पास निमंत्रण पत्र है या सरकारी ड्यूटी में तैनात हों. कुछ लोगों ने 22 जनवरी प्राण प्रतिष्ठा समारोह के दिन स्थानीय होटल एवं धर्मशालाओं को बुक करा लिया था, उन्हें निरस्त किया जा रहा है. अयोध्या एयरपोर्ट पर 100 प्लेन आने की संभावना है, उसके डायवर्जन की भी व्यवस्था की जा रही है.

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