पड़ोसी देश बांग्लादेश में हिन्दुओं पर बढ़ते हमलों और धार्मिक असहिष्णुता के मामलों ने पूरे विश्व में चिंता का माहौल पैदा कर दिया है. हिन्दू त्योहारों और गणेश पंडालों पर हुए कट्टरपंथी हमलों ने अल्पसंख्यक हिन्दू समुदाय की सुरक्षा और उनकी धार्मिक स्वतंत्रता पर गंभीर सवाल खड़े कर दिए हैं.
चटगांव में गणेश उत्सव के दौरान हिन्दू पंडालों पर कट्टरपंथियों ने हिंसक हमले किए. प्रतिमा खंडित कर दी गई और श्रद्धालुओं को शारीरिक हिंसा का शिकार बनाया गया. स्थानीय लोगों के अनुसार, हमलावरों ने धारदार हथियारों और लाठियों से हमला किया. श्रद्धालुओं के मोबाइल फोन छीने गए और पूजा करने पर जान से मारने की धमकी दी गई.
इसी तरह, ठाकुरगांव में हिन्दुओं के घरों को आग के हवाले कर दिया गया. उत्पातियों ने कीमती सामान लूट लिया और पूरी बस्ती को तबाह कर दिया. बस्ती में रह रहे लोग दहशत में हैं और उनका कहना है कि पुलिस और प्रशासन ने मामले में कोई ठोस कार्रवाई नहीं की.
पुलिस और सेना की निष्क्रियता
मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, पुलिस और सेना हिंसा को रोकने या दोषियों को गिरफ्तार करने में असमर्थ रही है. ढाका से लगभग 250 किलोमीटर दूर एक गणेश पंडाल में कट्टरपंथियों ने धारदार हथियारों से हमला कर श्रद्धालुओं को निशाना बनाया. हिंसा के बावजूद हमलावर अभी भी पुलिस की गिरफ्त से बाहर हैं, जिससे स्थिति और भयावह हो रही है.
हिन्दू समुदाय पर हो रहे हमलों के पीछे कट्टरपंथी मौलानाओं का जहरीला प्रचार जिम्मेदार माना जा रहा है. मजहबी उन्माद फैलाने वाले भाषणों और प्रचार के जरिए हिन्दुओं के खिलाफ नफरत और हिंसा को बढ़ावा दिया जा रहा है. बांग्लादेश में कई क्षेत्रों में मौलाना और कट्टरपंथी संगठन सक्रिय रूप से हिन्दू विरोधी भावनाओं को बढ़ावा दे रहे हैं.
बांग्लादेश के मशहूर इंटरनेट स्टार हीरो आलम भी कट्टरपंथियों के निशाने पर आ गए. हाल ही में उन्हें BNP पार्टी के समर्थकों ने बुरी तरह पीटा, जब उन्होंने पार्टी के वाइस चेयरमैन तारिक रहमान पर टिप्पणी की थी. हमले का वीडियो वायरल हो चुका है, जिसमें साफ दिख रहा है कि बांग्लादेश में कट्टरपंथी ताकतें कैसे अपनी मर्जी से देश को चला रही हैं.
विशेषज्ञों का मानना है कि बांग्लादेश में कट्टरपंथी विचारधारा का प्रभाव तेजी से बढ़ रहा है. मोहम्मद यूनुस के नेतृत्व में बनी सरकार को कट्टरपंथी ताकतों की कठपुतली माना जा रहा है, जो इस बढ़ती हिंसा पर नियंत्रण पाने में पूरी तरह विफल रही है.
हिन्दू समुदाय का विरोध प्रदर्शन
देशभर में हो रही हिंसा के खिलाफ हिन्दू समुदाय के लोग जगह-जगह इकट्ठा होकर विरोध प्रदर्शन कर रहे हैं. हालांकि, कट्टरपंथियों और सरकारी तंत्र द्वारा उनकी आवाज को दबाने की कोशिश की जा रही है.
यह घटना बांग्लादेश में अल्पसंख्यक समुदाय की सुरक्षा के प्रति सरकार की विफलता को उजागर करती है. हिन्दू समुदाय के लोग अपनी सुरक्षा और धार्मिक अधिकारों के लिए चिंतित हैं.