
बैंगलुरू (विसंकें). पूर्वी बेंगलुरू में मंगलवार (अगस्त 11, 2020) को जिहादी भीड़ ने कांग्रेस विधायक अखंड श्रीनिवास मूर्ति (आरक्षित सीट से निर्वाचित) के आवास को घेर कर पथराव और आगजनी की. साथ ही पुलिस कर्मियों पर पथराव व हमला किया तथा डीजे हल्ली पुलिस स्टेशन में भी आग लगा दी. भीड़ ने सैकड़ों वाहनों को आग के हवाले कर दिया. इस में 60 पुलिस कर्मी गंभीर रूप से घायल हुए हैं. पुलिस ने भीड़ को नियंत्रित करने के लिए गोली चलानी पड़ी. फिलहाल क्षेत्र में धारा 144 लगा दी गई है तथा अतिरिक्त सुरक्षा बलों की तैनाती की गई है. कहा जा रहा है कि कांग्रेस विधायक के एक रिश्तेदार ने फेसबुक पर मोहम्मद पैगंबर को लेकर पोस्ट की थी, जिसे लेकर हजारों की भीड़ ने पहले प्रदर्शन किया, फिर हिंसा को अंजाम दिया.
जानकारी के अनुसार घटना तीन लोगों की मृत्यु हुई है. पुलिस ने हिंसा में शामिल 100 से अधिक लोगों को गिरफ्तार किया है. सरकार की ओर से कहा गया है कि हिंसा पूर्व नियोजित थी तथा हिंसा में शामिल लोगों की पहचान कर नुकसान की भरपाई उनसे की जाएगी.
कांग्रेस विधायक श्रीनिवास मूर्ति के भतीजे ने फेसबुक पर एक पोस्ट किया था. हालांकि, बाद में पोस्ट डिलीट भी कर दी गई थी. बावजूद इसके बड़ी संख्या उपद्रवियों ने विधायक के आवास पर हमला कर दिया और जमकर तोड़फोड़ की.
पुलिस स्टेशन के सामने हजारों की संख्या में भीड़ ने भतीजे की गिरफ्तारी की मांग को लेकर प्रदर्शन किया तथा नारे लगाए. मंगलवार रात लगभग 9 बजे से भीड़ विधायक के घर और पूर्वी बेंगलुरु के डीजे हल्ली पुलिस स्टेशन के बाहर एकत्र होने लगी. लोगों ने लगभग 9 बजकर 30 मिनट पर विधायक के घर पर हमला बोल दिया. थाने पर तोड़फोड़ की. 10 बजे तक बवाल इतना बढ़ गया था कि उपद्रवी भीड़ ने विधायक के घर में जमकर तोड़फोड़ कर दी. घर और बाहर खड़ीं लगभग 30 से ज्यादा कारों को आग के हवाले कर दिया. विधायक के घर में आग लगा दी गई. थाने को आग के हवाले कर दिया गया. आग को बुझाने के लिये जब दमकल की गाड़ियां वहां पहुँचीं तो दंगाइयों ने उन्हें भी आगे जाने से रोक दिया.

मौके पर पहुंची पुलिस ने भीड़ को समझाने का प्रयास किया. लेकिन दंगाईयों ने पुलिस पर पथराव शुरू कर दिया. हालात बेकाबू होने पर रात 12 बजे के बाद पुलिस को फायरिंग करनी पड़ी. पुलिस ने 110 लोगों को हिरासत में लिया. रात लगभग 2 बजे स्थिति नियत्रण में आई. फायरिंग और गिरफ्तारी के बाद उपद्रवी मौके से भागे. रात को 3 बजे के बाद शहर में धारा 144 लागू कर दी. डीजे हल्ली और केजी हल्ली दो थानांतर्गत इलाकों में कर्फ्यू लगा दिया गया.
गृहमंत्री बसवराज बोमई ने शांति की अपील की. उन्होंने कहा कि पुलिस दोषियों को नहीं छोड़ेगी, लेकिन लोग क़ानून को अपने हाथ में न लें.
मंत्री सीटी रवि ने कहा, दंगे पूर्व नियोजित थे. पेट्रोल बम और पत्थरों का इस्तेमाल संपत्ति को नुकसान पहुंचाने के लिए किया गया. 300 से अधिक वाहनों को फूंक दिया गया. हम संदिग्धों को जानते हैं, लेकिन जांच के बाद ही तस्दीक होगी. हम उत्तर प्रदेश की तर्ज पर दंगाइयों से ही नुकसान की भरपाई करवाएंगे. कांग्रेस विधायक ने कहा कि कल कुछ अज्ञात लोगों ने मेरे घर में भी आग लगा दी, पेट्रोल बम भी फेंके. पुलिस को मामले की जांच करनी चाहिए और दोषियों को खिलाफ कार्रवाई करनी चाहिए. अगर एक विधायक के साथ ऐसा हो सकता है तो दूसरों का क्या होगा? मैंने गृह मंत्री, पुलिस अधिकारियों और पार्टी के नेताओं से बात की है.
कर्नाटक के मुख्यमंत्री बीएस येदियुरप्पा ने राजधानी बंगलूरू में हुई हिंसा को लेकर कड़ी कार्रवाई का भरोसा दिया है. अपराधियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई के निर्देश दिए गए हैं और सरकार ने स्थिति पर अंकुश लगाने के लिए सभी संभव कदम उठाए हैं. पत्रकारों, पुलिस और जनता पर हमला अस्वीकार्य है. सरकार ऐसे उकसावों और अफवाहों को बर्दाश्त नहीं करेगी. अपराधियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई निश्चित है.
बैंगलूरू शहर के पुलिस कमिश्नर कमल पंत ने शहर में हुई हिंसा को लेकर कहा, अब, स्थिति पूरी तरह से नियंत्रण में है. डीजे हल्ली और केजी हल्ली पुलिस स्टेशन में कर्फ्यू लगाया गया है और शेष शहर में धारा 144 लागू की गई. सुरक्षा व्यवस्था के लिए आरपीएफ, सीआरपीएफ और सीआईएसएफ की कुछ कंपनियों की हमारे साथ तैनात होंगी.
इस घटना में तीन लोगों की मौत हुई है. 60 पुलिसकर्मी घायल हुए हैं, उन्हें पथराव में चोटें आई हैं. पुलिस वाहनों को क्षतिग्रस्त कर दिया गया और आग लगा दी गई. एक समूह बेसमेंट में घुसा और वहां करीब 200-250 वाहनों को आग लगा दी गई. फिलहाल जांच चल रही है.
सोशल डेमोक्रेटिक पार्टी ऑफ इंडिया (एसडीपीआई) के नेता मुजम्मिल पाशा को पुलिस ने डीजे हल्ली पुलिस स्टेशन हिंसा के सिलसिले में गिरफ्तार किया है.