22, 23, 24 नवम्बर को गोरखपुर में होगा अभाविप का 70वां राष्ट्रीय अधिवेशन
दीनदयाल उपाध्याय गोरखपुर विश्वविद्यालय में 22, 23, 24 नवम्बर को आयोजित हो रहे अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद के 70वें राष्ट्रीय अधिवेशन के निमित्त विश्वविद्यालय परिसर स्थित कार्यक्रम स्थल पर 51 वेदपाठी पुरोहितों द्वारा वैदिक वेद मंत्रों के साथ भूमि पूजन संपन्न हुआ. कार्यक्रम में राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ गोरक्ष प्रांत के प्रांत प्रचारक रमेश, सह प्रांत प्रचारक सुरजीत, केंद्रीय विश्वविद्यालय साउथ विहार, गया के कुलपति प्रो. के. एन. सिंह, राजा महेंद्र प्रताप सिंह अलीगढ़ विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो. चंद्रशेखर, गोरखपुर विश्वविद्यालय प्रति कुलपति प्रो. शांतनु रस्तोगी, पूर्वी उत्तर प्रदेश क्षेत्र के क्षेत्रीय संगठन मंत्री घनश्याम शाही एवं गोरक्ष प्रांत अध्यक्ष डॉ. राकेश प्रताप सिंह सपत्नीक भूमि पूजन में शामिल हुए.
तीन दिनों तक आयोजित होने वाले अभाविप के 70वें राष्ट्रीय अधिवेशन में सहभागी होने वाले प्रतिनिधि शिक्षा क्षेत्र में विभिन्न परिवर्तनों की समसामयिक स्थिति पर चर्चा करेंगे. साथ ही संगठनात्मक, रचनात्मक एवं आंदोलनात्मक विषयों तथा लक्ष्यों का निर्धारण करने हेतु मंथन करेंगे. विद्यार्थी परिषद् को भारत की युवाशक्ति के प्रतिनिधि संगठन होने के नाते इस दायित्व का बोध भी है कि भारत के समसामयिक मुद्दों और चुनौतियों के समाधान में युवाओं की भूमिका क्या होगी, यह तय किया जाए. इसे ध्यान में रखते हुए, अभाविप का 70वां राष्ट्रीय अधिवेशन एक मील का पत्थर साबित होने जा रहा है.
राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ गोरक्ष प्रांत के प्रांत प्रचारक रमेश ने कहा कि “अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद (अभाविप) ने आधुनिकता के साथ अपनी मूल जड़ों से भी विद्यार्थी परिचित रहें तथा भारत की एक राष्ट्र के रूप में सतत् प्रवाहमान यात्रा के स्वरूप को समझ सकें, इसके लिए अधिवेशन में विभिन्न प्रयास करने की योजना बनाई है. गुरु गोरक्षनाथ की पावन धरा पर आयोजित हो रहा राष्ट्रीय अधिवेशन ऐतिहासिक रूप से अत्यंत ही महत्वपूर्ण होने जा रहा है. जहाँ एक ओर गोरखपुर धर्म और संस्कृति का महत्वपूर्ण केंद्र है, वहीं ऐसे महत्वपूर्ण केंद्र पर समूचे देश से आने वाली छात्रशक्ति का संगम भारत की अनेकता में एकता के भाव को प्रदर्शित करेगा”.
इस अवसर पर प्रांत संघचालक डॉ. महेंद्र अग्रवाल सहित अन्य गणमान्य जन उपस्थित रहे.